दिल्ली के मुख्य सचिव रहे अंशु प्रकाश के साथ कथित मारपीट के मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत अन्य लोगों को बड़ी राहत मिली है. दिल्ली की राउज़ एवेन्यू कोर्ट ने बुधवार को अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया समेत अन्य 9 विधायकों को बरी कर दिया है.
ये फैसला आने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर प्रतिक्रिया दी और उन्होंने लिखा कि सत्यमेव जयते.
हालांकि, कोर्ट ने AAP विधायक अमानतुल्लाह खान और AAP विधायक प्रकाश जरवाल पर आरोप तय किए हैं.
अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया समेत जिन अन्य विधायकों का इस पूरे मामले में नाम था वो अमानतुल्ला खान, प्रकाश जरवाल, नीतिन त्यागी, ऋतुराज गोविंद, संजीव झा, अजय दत्त, राजेश ऋषि, राजेश गुप्ता, मदन लाल, प्रवीण कुमार व दिनेश मोहनिया शामिल हैं. जिनमें से दो पर आरोप तय किए गए हैं.
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि आज सच्चाई की जीत हुई है. कोर्ट ने माना है कि मुख्यमंत्री पर लगाए गए सभी आरोप गलत थे. हम शुरुआत से ही इस बात का ज़िक्र कर रहे थे, ये सिर्फ एक साजिश का हिस्सा था.
तीन साल पुराना है मामला
आपको बता दें कि ये मामला फरवरी 2018 का है, तब के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश द्वारा आरोप लगाया गया था कि मुख्यमंत्री ने उन्हें आधी रात को बुलाया था. तब मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और अन्य 11 विधायकों द्वारा उनके साथ मारपीट की गई थी. ये मामला हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा था.
अंशु प्रकाश द्वारा आरोप लगाया गया था कि अरविंद केजरीवाल के घर पर हुई इस बैठक में मुख्यमंत्री के सामने विधायकों ने हाथापाई की. हालांकि, आम आदमी पार्टी ने सीसीटीवी फुटेज के दावों के साथ इन आरोपों को गलत करार दिया था.
संजय शर्मा