दिल्ली में प्रदूषण पर सियासत तेज, बीजेपी ने आम लोगो में बांटे मास्क

दिल्ली बीजेपी के उपाध्यक्ष कुलजीत चहल ने मास्क बांटते हुए कहा कि दिल्ली में पिछले साल सरकार ने बड़ा फैसला लिया, सिर्फ हंगामा करने के लिए और चर्चा में बने रहने के लिए आड ईवन जैसी योजना लागू की गई, जिससे प्रदूषण के स्तर में कोई खास फर्क नहीं आया.

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मास्क मास्क

कपिल शर्मा

  • नई दिल्ली,
  • 07 नवंबर 2016,
  • अपडेटेड 9:44 PM IST

एक ओर दिल्ली में बढ़ता हुआ प्रदूषण अपना कहर बरपा रहा है, तो वहीं प्रदूषण पर सियासत भी तेज हो गई है. राजधानी का आसमान प्रदूषण की वजह से स्मॉग से ढका हुआ है, वहीं दिल्ली सरकार भी लगातार प्रदूषण से निपटने के उपाय करने का दावा कर रही है, लेकिन अब विपक्ष ने भी प्रदूषण के मामले में सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है. तरीका भी अनोखा अपनाया है, जिसमें बीजेपी के कार्यकर्ता कनॉट प्लेस पहुंचे और मेट्रो स्टेशन पर खड़े होकर आम लोगों के बीच मास्क बांटना शुरु कर दिया.

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बीजेपी ने दिल्ली सरकार पर आरोप लगाया कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने पिछले एक साल के दौरान प्रदूषण से निपटने के लिए कोई योजना नहीं बनाई. सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठे रही और मौसम बदलते ही प्रदूषण ने एक बार फिर दिल्ली को अपने गिरफ्त में ले लिया. अब सरकार प्रदूषण के नाम पर घड़ियाली आंसू बहा रही है, लेकिन खामियाजा दिल्ली की जनता को भुगतना पड़ रहा है.

दिल्ली बीजेपी के उपाध्यक्ष कुलजीत चहल ने मास्क बांटते हुए कहा कि दिल्ली में पिछले साल सरकार ने बड़ा फैसला लिया, सिर्फ हंगामा करने के लिए और चर्चा में बने रहने के लिए आड ईवन जैसी योजना लागू की गई, जिससे प्रदूषण के स्तर में कोई खास फर्क नहीं आया. लेकिन हंगामा करने के बाद सरकार चुपचाप बैठ गई और यही वजह है कि इस बार फिर लोगों को बढ़े प्रदूषण का सामना करना पड़ रहा है.

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पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजीव बब्बर का कहना है कि मास्क बाटने के पीछे मकसद लोगों में प्रदूषण से बचाव को लेकर जागरुकता फैलाना है, ताकि लोग अपना बचाव कर सकें, साथ ही सरकार को भी संदेश देना है कि लोग किस कद्र डरे हुए हैं और परेशान हैं. सेहत के लिए प्रदूषण खतरा बना है, तो इसकी जिम्मेदार अरविन्द केजरीवाल सरकार ही है.

आर. के. पुरम से बीजेपी के विधायक रह चुके अनिल शर्मा ने कहा कि उनका लक्ष्य फिलहाल पांच हजार मास्क बांटना है, जो भले ही संख्या में कम हो, लेकिन इससे वो लोगों को प्रदूषण से लड़ने के लिए कम से कम जागरुक तो बना ही रहे हैं. इसके साथ ही ये दिल्ली की सरकार के लिए भी चेतावनी है, कि लोग अब सरकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेंगे. गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने प्रदूषण से निपटने के लिए कई अहम फैसले लिए है. सरकार ने अगले तीन दिनों के लिए दिल्ली में स्कूलों की छुट्टियां कर दी है और अगले पांच दिनों के लिए कंस्ट्रक्शन के साथ ही डिमोलिशन पर रोक लगा दी है. दिल्ली सरकार केन्द्र सरकार के साथ मिलकर दिल्ली में कृत्रिम बारिश कराने की योजना पर भी काम कर रही है.

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