दिल्ली: प्रदूषण पर संग्राम, कांग्रेसियों ने सीएम केजरीवाल के आवास पर बोला हल्ला

वायु प्रदूषण को लेकर रविवार को कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान कांग्रेसियों ने अपनी गिरफ्तारी भी दी.

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वायु प्रदूषण को लेकर कांग्रेसियों का प्रदर्शन वायु प्रदूषण को लेकर कांग्रेसियों का प्रदर्शन

अंकित यादव

  • नई दिल्ली,
  • 03 नवंबर 2019,
  • अपडेटेड 5:57 PM IST

  • प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी
  • दिल्ली में कई इलाकों पर AQI 1200 के पार पहुंचा
  • दिल्ली में प्रदूषण के चलते लोगों का सांस लेना हुआ मुश्किल

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है. वायु प्रदूषण को लेकर रविवार को कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान कांग्रेसियों ने अपनी गिरफ्तारी भी दी. कांग्रेस पार्टी का यह विरोध प्रदर्शन उस समय सामने आया है, जब दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है.

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इसके अलावा प्रदूषण को लेकर कांग्रेस नेता अजय माकन ने भी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि दिनभर रेडियो में प्रदूषण कम होने का प्रचार चलता है. हम पूछना चाहते है कि केजरीवाल सरकार ने प्रदूषण कम करने के लिए पांच साल में क्या किया? आज लोगों को गाड़ियां चलाने से मना किया जा रहा. मेट्रो का किराया एक वर्ष में दो-दो बार बढ़ाया गया.

उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण से निपटने के लिए मॉस्क कोई स्थायी समाधान नहीं है. माकन ने सवाल किया कि क्या केंद्र और दिल्ली सरकार पराली को लेकर अपने रिसोर्सेज देगी?

प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसियों ने दी गिरफ्तारी

कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 1200 को पार कर चुका है. इस प्रदूषण को लेकर राजनीतिक पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. हालांकि इससे दिक्कत आम लोगों को हो रही है. दिल्ली की हवा जहरीली होने के कारण लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया है.

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आलम यह है कि प्रदूषण की वजह से लोग दिल्ली छोड़ना चाहते हैं. एक सर्वे के मुताबिक दिल्ली और एनसीआर के 40 फीसदी लोग शहर को छोड़ना चाहते हैं. यह सर्वे दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद और फरीदाबाद में किया गया, जिसमें 17 हजार लोगों को शामिल किया गया.

दिल्ली-एनसीआर के निवासियों से पूछा गया कि केंद्र और राज्य सरकारों ने प्रदूषण के खिलाफ पिछले 3 वर्षों में जिस तरह से योजनाएं चलाई, क्या वो काफी हैं. हैरानी की बात रही कि 40 फीसदी लोगों ने कहा कि वे दिल्ली-एनसीआर को छोड़कर कहीं और जाना चाहते हैं.

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