मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डेंगू और चिकनगुनिया के खिलाफ शुरू किए गए '10 हफ्ते 10 बजे 10 मिनट' के तहत बेहतर परिणाम आने का दावा किया है. केजरीवाल सरकार ने दिल्ली नगर निकायों के एंटी मलेरिया मुख्यालय की ओर से जारी रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि इस हफ्ते डेंगू के सिर्फ 74 ताजा मामले ही सामने आए हैं. इस साल अक्टूबर के पहले सप्ताह तक यह आंकड़ा 356 तक ही पहुंचा है. 2018 में इस समय तक करीब 650 मामले सामने आ चुके थे.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, 'मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि डेंगू के खिलाफ '10 हफ्ते 10 बजे 10 मिनट' अभियान ने आश्चर्यजनक परिणाम दिखाए हैं. दिल्ली के लोगों को बधाई! दिल्ली में अब तक दर्ज मामलों की संख्या सिर्फ 356 है, जबकि पिछले साल इस समय तक 650 थी. सबसे महत्वपूर्ण बात, हमने अभी तक एक भी जीवन नहीं खोया है.'
डेंगू के विकराल रूप की डॉक्टरों ने दी थी चेतावनी
दिल्ली सरकार का कहना है कि डॉक्टरों और विशेषज्ञों ने इस साल सीएम अरविंद केजरीवाल को चेतावनी दी थी कि डेंगू का 3-4 साल का चक्र होता है. दिल्ली में इस साल ज्यादा प्रकोप का अनुमान है. दिल्ली सरकार ने अपने स्तर पर डेंगू से लड़ने के लिए मेगा कार्यक्रम शुरू किया. '10 हफ्ते 10 बजे 10 मिनट ' के अभियान की परिकल्पना अर्थ आवर की तर्ज पर की गई. जहां लोगों को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहित किया गया कि वे अपने घरों का हर रविवार सुबह 10 बजे दस मिनट के लिए, लगातार दस हफ्तों तक निरीक्षण करें.
सीएम केजरीवाल ने कहा कि अभियान शुरू करने से पहले लोगों को डेंगू के बारे में अन्य गलत धारणा थी कि डेंगू का मच्छर दूर तक जा सकता है, जबकि डेंगू मच्छर केवल 200 मीटर की रेंज तक उड़ सकता है. इस अभियान के माध्यम से कई मिथकों का तोड़ा गया है. सीएम ने कहा डेंगू मच्छर का अंडा 8-10 दिनों में पूर्ण विकसित होकर मच्छर में बदल जाता है, इसलिए अगर हम साफ स्थिर पानी को 7-8 दिनों से अधिक समय तक रहने देते हैं, तो इससे निश्चित रूप से मच्छरों के प्रजनन की संभावना बढ़ जाएगी.
दिल्ली सरकार के मुताबिक, इन्होंने लिया अभियान में हिस्सा-
दिल्ली सरकार के मुताबिक, 2015 में दिल्ली में अक्टूबर के पहले सप्ताह तक डेंगू के 7,606 मामले थे. जबकि 2016 और 2017 में यह संख्या क्रमशः 2133 और 2152 थी. 2015 में 15,867 मामले सामने आए थे और 60 से ज्यादा मौतें हुई थीं. 2018 में मामले घटकर केवल 2,798 हो गए, साथ ही 4 ही मौतें हुईं. दिल्ली सरकार के मुताबिक, इस साल अब तक एक भी मौत नहीं हुई है.
पंकज जैन