दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) उपचुनाव में आम आदमी पार्टी भले ही तीन सीटें जीतकर अपनी संख्या को बरकरार रखा हो, लेकिन पुरानी दिल्ली के चांदनी महल सीट पर पार्टी का सियासी गेम पूर्व विधायक शोएब इकबाल ने बिगाड़ दिया है. इसके चलते आम आदमी पार्टी को चांदनी महल सीट को गंवाना पड़ गया है.
एमसीडी उपचुनाव में सबसे ज्यादा निगाहें सीएम रेखा गुप्ता की शालीमार बाग और AAP विधायक आले मोहम्मद इकबाल की चांदनी महल सीट पर लगी हुई थी. रेखा गुप्ता ने अपनी सीट बचा लिया है, लेकिन आले मोहम्मद इकबाल के बगावती तेवर के चलते AAP को चांदनी महल सीट को गंवाना पड़ गया है. ऐसे में सवाल उठता है कि चांदनी महल सीट पर आम आदमी पार्टी को हराने वाले आले इकबाल की विधायकी क्या छिन जाएगी?
आले मोहम्मद इकबाल भी हुए बागी
मटिया महल विधानसभा सीट से AAP के विधायक आले मोहम्मद इकबाल ने अपने पिता शोएब इकबाल के साथ मिलकर चांदनी महल वार्ड में AAP के उम्मीदवार मुदस्सिर कुरैशी को हराने का काम किया है. एमसीपी उपचुनाव में पार्टी ने मुदस्सिर को प्रत्याशी बनाया तो शोएब इकबाल ने AAP से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने इमरान खान को अपना समर्थन दिया. शोएब इकबाल के साथ विधायक आले मोहम्मद इकबाल ने इमरान खान को जिताने के लिए खुलकर प्रचार किया.
शोएब इकबाल और आले मोहम्मद इकबाल के समर्थन के चलते चांदनी महल लीट पर मोहम्मद इमरान ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी आम आदमी पार्टी के मुदस्सर उस्मान को 4692 वोटों से हराया है. इमरान को 11814 वोट मिले तो मुदस्सर उस्मान को 7122 वोट मिले हैं. यह एमसीडी सीट विधायक आले इकबाल मोहम्मद के इस्तीफे से खाली हुई थी. ऐसे में आम आदमी पार्टी की चांदनी महल सीट पर हार में सबसे अहम रोल शोएब इकबाल के साथ आले मोहम्मद इकबाल का भी रहा.
आले मोहम्मद इकबाल ने इमरान की जीत पर खुशी जाहिर करके कहा कि हमारा काम ही हमारी पहचान. यह जीत मेरे इलाके के शेरों की है. साजिश करने वाले हार गए. हक की जीत हुई, बातिल की हार हुई, जो काम करने वाले थे, वही जीतकर आए. उन्होंने कहा कि शोएब इकबाल की मोहब्बत को सलाम- अहंकारी, पैसे वाले, शोहरत वाले, ताकतवर सबके मुंह काले हो गए. इस तरह से उन्होंने साफ कर दिया है कि वो अपने पिता के साथ खड़े हैं.
केजरीवाल पर शोएब इकबाल हमलावर
शोएब इकबाल ने AAP के प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज, राज्यसभा सांसद संजय सिंह और गोपाल राय को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि सबको यहां मेरे पीछे छोड़ दिया था, लेकिन शेर किसी से डरता नहीं है. शोएब ने कहा कि खुद अरविंद केजरीवाल चुनाव हार गए थे, लेकिन मेरा बेटा चांदनी महल से जीत गया था. शोएब ने कहा कि तभी से केजरीवाल मुझसे खुन्नस खाते थे. हमने केजरीवाल का घमंड तोड़ दिया है.
दरअसल, चांदनी महल सीट पर उपचुनाव में छह बार के विधायक रहे शोएब इकबाल अपने पसंदीदा कैंडिडेट को आम आदमी पार्टी से टिकट दिलाना चाहते थे, लेकिन पार्टी ने उनकी मर्जी के नेता को टिकट नहीं दिया. इससे नाराज होकर इकबाल ने पार्टी छोड़ दी थी. उन्होंने ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक पार्टी के प्रत्याशी मोहम्मद इमरान को चुनाव लड़ाया और जिताने में कामयाब भी रहे. शोएब इकबाल के साथ उनके बेटे विधायक आले मोहम्मद इकबाल ने भी खुलकर इमरान का साथ दिया और आम आदमी पार्टी को हराने में सफल रहे.
आले इकबाल की क्या जाएगी विधायकी
शोएब इकबाल और आले मोहम्मद इकबाल की बगावत से सिर्फ चांदनी महल सीट ही नहीं बल्कि चांदनी चौक में भी आम आदमी पार्टी को हार का मूंह देखना पड़ा है. इस तरह पुरानी दिल्ली में आप के पूर्व विधायक शोएब इकबाल और विधायक आले मोहम्मद इकबाल की बगावत पार्टी को महंगी पड़ी है. ऐसे में पार्टी भी अब उनके खिलाफ सख्त कदम उठा सकती है.
विधायक आले मोहम्मद इकबाल ने अरविंद केजरीवाल के छालों पर मरहम लगाने के बजाय नमक छिड़कने का काम किया है. आले मोहम्मद इकबाल वही हैं, जिन्हें केजरीवाल ने पहले डिप्टी मेयर का पद और बाद में विधानसभा का टिकट दिया था. आले मोहम्मद इकबाल के खुलकर आम आदमी पार्टी के खिलाफ प्रचार करने के चलते और पार्टी उम्मीदवार को हराने में अहम रोल अदा करने के बाद पार्टी अब उनके खिलाफ एक्शन ले सकती है.
शोएब इकबाल तलाश रहे नया ठिकाना
सूत्रों की माने तो आम आदमी पार्टी ने अब पूरी तैयारी कर ली है कि कैसे आले मोहम्मद इकबाल की विधानसभा सदस्यता छीननी है. आले इकबाल का पार्टी के खिलाफ काम करने के लिए तमाम सबूत जुटाए जा रहे हैं, जिसे आधार बनाते हुए आम आदमी पार्टी विधानसभा में उनकी सदस्यतो खत्म छीनने के लिए स्पीकर से शिकायत कर सकती है कि एमसीडी में पार्टी ेविरोधी गतिविधियों में लिप्त थे.
वहीं, दूसरी ओर आले मोहम्मद इकबाल भी इस बात को लेकर पूरी तरह से तैयार हैं, जिसके लिए उन्होंने अपनी प्लानिंग बना रहे हैं. माना जा रहा है कि शोएब इकबाल और आले मोहम्मद इकबाल आने वाले समय में कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं. असीम अहमद खान के कांग्रेस से AAP में लौटने के बाद, अब यह पक्का है कि आले इकबाल और शोएब इकबाल को नया ठिकाना तलाशना होगा. चांदनी महल सीट जिताकर शोएब इकबाल ने कांग्रेस में शामिल होने की पठकथा लिख दी है.
कुबूल अहमद