मेट्रो की ब्लू लाइन ने फिर रुलाया, घंटों तक रेंगती रहीं ट्रेनें

ब्लू लाइन के प्रगति मैदान मेट्रो स्टेशन के पास एक ट्रेन में तकनीकी खराबी आ गई. इस वजह से ट्रेन ट्रैक पर ही खड़ी रही और आगे नहीं बढ़ाया जा सका. करीब 20 मिनट तक मेट्रो की इस खराबी को ठीक नहीं किया जा सका. इससे लाइन पर आ रही तमाम मेट्रो ट्रेनों की टाइमिंग भी प्रभावित हो गई. सुबह करीब 10.30 बजे यह खराबी आ गई. इसका नतीजा ये हुआ कि ट्रेनों की बंचिंग हो गई और अलग-अलग स्टेशनों पर ट्रेनों को रोकना पड़ा.

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राजीव चौक (फाइल फोटो) राजीव चौक (फाइल फोटो)

कपिल शर्मा

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  • 22 जून 2017,
  • अपडेटेड 4:21 PM IST

दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन ने एक बार फिर मुसाफिरों के लिए मुसीबत पैदा कर दी. गुरुवार की सुबह ही ब्लू लाइन पर तकनीकी खराबी की वजह से घंटों तक मेट्रो की सेवाएं प्रभावित रहीं. मेट्रो की ब्लू लाइन द्वारका-नोएडा-वैशाली रूट को कवर करती है. इस पूरे रुट पर सुबह पीक टाइम में मुसाफिरों के लिए तकनीकी खराबी ने दिन की शुरुआत खराब कर दी.
 
ब्लू लाइन के प्रगति मैदान मेट्रो स्टेशन के पास एक ट्रेन में तकनीकी खराबी आ गई. इस वजह से ट्रेन ट्रैक पर ही खड़ी रही और आगे नहीं बढ़ाया जा सका. करीब 20 मिनट तक मेट्रो की इस खराबी को ठीक नहीं किया जा सका. इससे लाइन पर आ रही तमाम मेट्रो ट्रेनों की टाइमिंग भी प्रभावित हो गई. सुबह करीब 10.30 बजे यह खराबी आ गई. इसका नतीजा ये हुआ कि ट्रेनों की बंचिंग हो गई और अलग-अलग स्टेशनों पर ट्रेनों को रोकना पड़ा.

डीएमआरसी के एक अधिकारी के मुताबिक पीक टाइम में मेट्रो की सेवाएं फुल फ्रिक्वेंसी पर होती हैं. जिसके कारण थोड़ी देर की खराबी बड़ी परेशानी बन जाती है. इससे ट्रेनों की स्पीड कम करनी पड़ती है और ट्रैक क्लीयर करने में वक्त लगता है.
 
धीमी गति से ट्रेन चलने की वजह से ब्लू लाइन के अलग-अलग स्टेशनों पर मुसाफिरों की भीड़ हो गई. इसकी वजह से कई स्टेशनों पर दरवाजे बंद नहीं होने की घटनाओं ने ट्रेनों की बंचिंग क्लीयर करने में परेशानी खड़ी कर दी. द्वारका, नोएडा और वैशाली की तरफ जाने वालों को अपना सफर तय करने में 20 से 30 मिनट ज्यादा वक्त लगा. भीड़भाड़ और धक्कामुक्की की परेशानी भी झेलनी पड़ी.
 
हाल ही के दिनों में मेट्रो में लगातार खराबी की खबरें सामने आयी हैं. मेट्रो के अफसरों का कहना है कि ऐसा बरसात में तापमान में लगातार बदलाव होने की वजह से होता है. मेट्रो की टेक्नोलॉजी तापमान को लेकर बेहद संवदेनशील है.

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