फूड ब्लॉगर गौरव वासन ने बाबा का ढाबा (Baba Ka Dhaba) के मालिक 80 वर्षीय कांता प्रसाद के सभी आरोपों को खारिज किया है. उन्होंने बताया कि उन्हें जो भी पैसे मिले थे वे बाबा को दे दिए गए हैं. उन्हें कुछ पैसे कैश मिले थे, जबकि कुछ उनके बैंक अकाउंट में आए थे. वो सभी पैसे बाबा को दे दिए गए हैं.
गौरव वासन ने बताया, 'आठ अक्टूबर को मुझे 75 हजार रुपये कैश मिले थे, जो मैंने बाबा के खाते में जमा करवा दिए. उसी दिन बैंक से मुझे जानकारी मिली थी कि बाबा के खाते में 20.25 लाख रुपये जमा हुए हैं. इसलिए उनका खाता सीज कर दिया गया है. मेरे खाते में बाबा के नाम से तीन लाख से ज्यादा रुपये आए, जो मैंने चेक और NEFT के माध्यम से उन्हें दे दिया.'
बता दें, गौरव वासन वही फूड ब्लॉगर हैं जिन्होंने सोशल मीडिया पर बाबा का ढाबा के मालिक 80 वर्षीय कांता प्रसाद की कहानी लोगों तक पहुंचाई थी. उन्होंने लोगों से उनके ढाबे पर आने की अपील की थी. जिसके बाद भारी संख्या में लोग उनके ढाबे पर पहुंचने लगे. कई दिन तो हालात ऐसे रहे कि लोगों को वहां पहुंचने पर खाना भी नहीं मिला था.
हालांकि इसके बावजूद लोग उनकी मदद के लिए उनके हाथों में सहायता राशि दे रहे थे. इतना ही नहीं कई लोगों ने उन्हें सामान तक खरीद कर दिए थे, जबकि कई लोगों ने उनके अकाउंट में पैसे भी भेजे थे.
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क्या है मामला?
पिछले दिनों बाबा का ढाबा (Baba Ka Dhaba) नाम से एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था. जिसमें 80 वर्षीय कांता प्रसाद और उनकी पत्नी बादामी देवी अपने ढाबे की बदहाली बता रहे थे. लेकिन इस वीडियो के वायरल होने की वजह से उनकी जिंदगी पूरी तरह बदल गई. रातों रात उनके अकाउंट में लाखों रुपये आ गए.
दक्षिणी दिल्ली के मालवीय नगर में बाबा का ढाबा चलाने वाले कांता प्रसाद ने आरोप लगाए हैं कि फूड ब्लॉगर गौरव वासन ने उनके साथ पैसों की हेराफेरी की है.
उनके अकाउंट में कुल 20 लाख रुपये आए थे, लेकिन उन्हें सिर्फ दो लाख रुपये ही दिए गए हैं.
उन्होंने कहा, 'फूड ब्लॉगर गौरव वासन ने उन्हें खुद बताया था कि उनके अकाउंट में 20 लाख रुपये आए हैं. लेकिन उन्हें सिर्फ ₹2,33,677 का चेक ही दिया गया. उन्होंने लोगों को अपने पत्नी और रिश्तेदारों के नंबर दिए थे. मेरा खाता नंबर किसी को नहीं दिया.'
अरविंद ओझा