कोविड के दौरान जेल से परोल पर छोड़े गए कैदियों में कई कैदी वापस नहीं लौटे हैं. तिहाड़ जेल प्रशासन ने इसकी जानकारी संबंधित पुलिस स्टेशन को दे दी है. इनमें से कई तो विचाराधीन कैदी हैं जबकि कुछ सजायाफ्ता कैदी भी हैं.
तिहाड़ जेल से मिले आंकड़ों के मुताबिक कोविड के दौरान इमरजेंसी परोल पर कुल 1184 सजायाफ्ता कैदियों को छोड़ा गया था, इनमें से 1072 ने या तो अपनी सजा पूरी कर ली या फिर वो वापस सरेंडर कर दिए, जबकि 112 क़ैदियों ने तय वक़्त में न तो सरेंडर किया और न ही उनकी कोई जानकारी मिल पा रही है. जेल प्रशासन ने इन सभी हुए कैदियों की जानकारी दिल्ली पुलिस को दे दी है ताकि इनको पकड़ा जा सके.
वहीं, 5556 विचाराधीन कैदियों को अन्तरिम जमानत पर रिहा किया गया था, लेकिन तय वक़्त में सिर्फ 2200 के करीब ही वापस आये, जबकि 3300 के करीब कैदियों ने ना तो सरेंडर किया और न ही उनकी कोई जानकारी जेल प्रशासन को मिल सकी है. जेल प्रशासन ने विचाराधीन कैदियों की जानकारी भी दिल्ली पुलिस को मुहैया करा दी है.
हालांकि जेल प्रशासन का ये भी कहना है कि कुछ विचाराधीन कैदी अभी भी सरेंडर कर रहे हैं जबकि कुछ को इस दौरान कोर्ट से नियमित जमानत भी मिल गई है. फिलहाल आंकड़ो के मुताबिक कोविड के दौरान जेल से करीब साढ़े 6 हजार कैदियों को छोड़ा गया था जिनमें से महज साढ़े तीन हजार ही वापस लौट हैं. अब पुलिस बाकी की तलाश में है.
तिहाड़ जेल में भी कोरोना
मार्च 16, 2021 के बाद से 14 अप्रैल तक के मामले की बात करें तो 70 कैदी कोरोना संक्रमित पाए गए जिसमें से 3 ठीक हुए. सक्रिय मामलों की संख्या 67 है. वहीं, जेल स्टाफ के 11 लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं जिनमें से एक भी ठीक नहीं हुए हैं यानी सक्रिय मामलों की संख्या 11 है. इन 11 लोगों में एक जेल सुपरिटेंडेंट, तिहाड़ जेल के दो डॉक्टर भी शामिल हैं.
हिमांशु मिश्रा