आम आदमी पार्टी ने अपनी समर्थक सोनी के आत्महत्या मामले में दिल्ली पुलिस और बीजेपी को निशाने पर लिया है. AAP ने मंगलवार को मीडिया के सामने वो दस्तावेज पेश किए, जिसमें सोनी पुलिस को शिकायत करते हुए रमेश भरद्वाज द्वारा धमकी देने का आरोप लगा रही है.
दिखाई कार्यकर्ता द्वारा लिखी चिट्ठी
आम आदमी पार्टी के नेता आशीष खैतान ने 10 जून की उस चिट्ठी को सामने रखा, जो सोनी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लिखी थी. आशीष खेतान ने चिट्ठी दिखाते हुए कहा कि 'पिछले 10 दिनों में ये माहौल बनाया गया कि पार्टी की समर्थक की आत्महत्या के मामले को आम आदमी पार्टी ने दबाया. हम पूरा सच सामने रख रहे हैं.'
आम आदमी पार्टी ने समर्थक सोनी की आत्महत्या पर उठ रहे सवालों पर सफाई दी-
1. मई के पहले हफ्ते में महिला पार्टी के जिला इंचार्ज के पास गई और पूरा मामला बताया. जिला इंचार्ज ने दिलीप पांडेय को कॉल किया और मामले की जानकारी दी.
2. 2 जून को पीड़ित महिला ने FIR लिखवाई, जिसमें महिला ने कहा कि मुझे संगठन से पता चला कि आरोपी AAP का सदस्य नहीं है.
3. दो जून को महिला CMO गई और गोपाल मोहन से मिली. गोपाल मोहन और DCW ने साथ मिलकर FIR दिल्ली पुलिस में करवाई.
AAP ने दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाया है कि-
1. शुरुआत में आरोपी रमेश भरद्वाज को पकड़ा गया ऐसे चार्ज लगाए गए, ताकि उसे आसानी से बेल मिल जाए. इसके बाद जैसे ही उसे थाने से जमानत मिली, कार्यकर्ता का उत्पीड़न शुरू हो गया.
2. पूरे मामले को कवर अप किया गया. 10 जून को महिला की शिकायत के बाद रमेश भरद्वाज को क्यों गिरफ्तार नहीं किया गया? पुलिस ने धमकी देने के बाद भी कार्रवाई क्यों नहीं की? हमने इंसाफ दिलाने की कोशिश की, तो हमारे विधायक पर ही कार्रवाई कर दी?
दिल्ली पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग
आम आदमी पार्टी अपने विधायकों का खुलकर बचाव कर रही है, साथ ही दिल्ली पुलिस के आला अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग भी कर रही है. आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह का आरोप है कि बीजेपी और पुलिस इस पूरे मामले का राजनीतिकरण कर रही है. 10 जून को लिखी चिट्ठी में धमकी देने की पूरी जानकारी दिल्ली पुलिस को थी. अगर कार्रवाई करनी है, तो दिल्ली पुलिस के आला अधिकारियों के खिलाफ होनी चाहिए.
सुरभि गुप्ता / पंकज जैन