नोटबंदी का विरोध करने के लिए अब आम आदमी पार्टी देशभर के तमाम राज्यों की राजधानी में 'चौराहे पर चर्चा' करने जा रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 'आप' ने हर राज्य के संयोजक को चिट्ठी लिखकर 1 और 2 जनवरी को 50 दिन की नोटबंदी के खिलाफ लोगों से चर्चा करने के आदेश दिए हैं. आम आदमी पार्टी ने 'चौराहे पर चर्चा' की वजह पीएम के उस बयान को बताया है जहां उन्होंने कहा था कि 'नोटबंदी के पचास दिन पूरे होने के बाद देश की जनता जिस चौराहे पर बुलाएगी, जो सजा देगी मैं वो सजा पाने का हक़दार हूं'. अभियान की शुरुआत में 1 जनवरी को तमाम राज्य के संयोजक प्रेस कांफ्रेंस कर लोगों को "चौराहे पर चर्चा" के लिए बुलाएंगे.
इसके बाद 2 जनवरी लोगों से अपील की जाएगी कि वो जुलूस निकालकर चौराहे पर चर्चा करने के लिए पहुंचें, 'चौराहे पर चर्चा ' के दौरान ऐसे लोगों को मंच पर बुलाया जाएगा जिन्हें नोटबंदी से बड़ा नुकसान हुआ हो, किसी की मौत हुई हो, नौकरी गयी हो, या इलाज न हुआ हो. तमाम 'आप' संयोजक को भेजी चिट्ठी के मुताबिक नोटबंदी की समस्या गिनाने के बाद मंच से पीएम नरेंद्र मोदी को सज़ा सुनाते हुए प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग की जाएगी. इस दौरान आम आदमी पार्टी एक हस्ताक्षर अभियान भी चलाएगी जहां ऐसे लोगों के हस्ताक्षर लिए जाएंगे जिन्हें नोटबंदी से काफी परेशानी उठानी पड़ी. ये हस्ताक्षर सोशल मीडिया के साथ साथ प्रधानमंत्री के दफ़्तर को रजिस्ट्री के ज़रिये भेजे जाएंगे.
पंकज जैन