सुकमा में ऑपरेशन सरेंडर! 50 लाख के इनामी 27 नक्सलियों ने डालीं बंदूकें, 10 मह‍िलाएं भी बोलीं, 'अब नहीं लड़ना'

नक्सल गढ़ कहे जाने वाले सुकमा में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है. 27 सक्रिय नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया, जिनमें पीएलजीए बटालियन-01 के दो हार्डकोर कैडर भी शामिल हैं. इन पर कुल 50 लाख रुपये का इनाम था. सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि यह सामूहिक सरेंडर नक्सल नेटवर्क के कमजोर पड़ने का साफ संकेत है.

Advertisement
सरेंडर करने वालों में पीएलजीए बटालियन के 2 हार्डकोर कैडर भी शामिल (Symbolic photo) सरेंडर करने वालों में पीएलजीए बटालियन के 2 हार्डकोर कैडर भी शामिल (Symbolic photo)

सुमी राजाप्पन

  • सुकमा,
  • 15 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 5:32 PM IST

छत्तीसगढ़ में नक्सल मोर्चे पर सुरक्षा बलों को एक और बड़ी कामयाबी मिली है. सुकमा जिले में कुल 27 सक्रिय नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है. ये नक्सली नेटवर्क के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. आत्मसमर्पण करने वालों में 10 महिलाएं और 17 पुरुष शामिल हैं. ये कदम बताता है कि सरकार की नीतियां और सुरक्षा बलों का दबाव अब नक्सल प्रभावित इलाकों में असर दिखा रहा है.

Advertisement

आत्मसमर्पण करने वालों में पीएलजीए बटालियन-01 के 2 कुख्यात सदस्य भी शामिल हैं. ये बटालियन नक्सल संगठन की सबसे खतरनाक इकाइयों में गिनी जाती है. surrendered नक्सलियों पर कुल ₹50 लाख का इनाम घोषित था. इनमें

रखा गया था इनाम

1 नक्सली पर ₹10 लाख
3 पर ₹8 लाख-₹8 लाख
1 पर ₹3 लाख
2 पर ₹2 लाख-₹2 लाख
9 नक्सलियों पर ₹1 लाख 

इस सामूहिक आत्मसमर्पण को सुरक्षा बलों की बड़ी ऑपरेशनल सफलता माना जा रहा है.  संगठनात्मक तौर पर देखें तो आत्मसमर्पण करने वालों में एक CYC सदस्य, 15 पार्टी सदस्य और 11 फ्रंटल संगठन (सहायक इकाइयों) से जुड़े लोग शामिल हैं. ये घटना राज्य सरकार और सुरक्षा एजेंसियों के लगातार अभियान का नतीजा मानी जा रही है, जिसने नक्सल गढ़ों में अब मनोवैज्ञानिक और संगठनात्मक दोनों स्तरों पर असर दिखाना शुरू कर दिया है.

Advertisement

सुकमा के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में से अधिकांश ने नक्सल संगठन की विचारधारा से निराश होकर और राज्य सरकार की पुनर्वास योजनाओं से प्रेरित होकर आत्मसमर्पण किया है. बता दें कि सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के आत्मसमर्पण की प्रक्रिया को शांतिपूर्ण और सुरक्षित बनाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और राज्य पुलिस के संयुक्त प्रयासों ने इस आत्मसमर्पण को संभव बनाया है. सुकमा में आत्मसमर्पण के बाद 27 नक्सलियों को राज्य सरकार की नक्सल आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति-2025 के तहत सहायता प्रदान की जाएगी. 

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement