दो साल पहले मुंबई-हावड़ा मेल में सवार कुख्यात आतंकी अब्दुल नईम पुलिस हिरासत से फरार हो गया था. कोलकाता पुलिस उसे मुंबई ले जा रही थी, लेकिन छत्तीसगढ़ में रायगढ़ व खरसिया स्टेशन के बीच से वो बड़ी चालाकी से फरार हो गया. फरारी के बाद वह लखनऊ में शरण लिए हुए था. एक सूचना के बाद यूपी पुलिस ने उसे धर दबोचा.
उत्तर प्रदेश पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद स्पेशल टीम ने उसे अपने कब्जे में ले लिया है, और इसकी सूचना रायगढ़ जीआरपी पुलिस की टीम सहित उसकी फरारी के लिए बनी विशेष टीम को दे दी गई है. फरार आतंकी शेख अब्दुल नईम लश्कर-ए तैयबा का खास सदस्य था.
मुंबई हमले के अलावा अन्य मामलों में अब्दुल नईम को गिरफ्तार किया गया था. अब्दुल नईम 24 अगस्त 2014 को हावड़ा पुलिस की एक विशेष टीम हावड़ा- मुंबई मेल से मुंबई ले जा रही थी. पेशी के लिए ले जाने के दौरान आतंकी अब्दुल नईम सुरक्षाकर्मियों को चकमा देकर चलती ट्रेन से रायगढ़ व खरसिया के बीच से गायब हो गया था.
तब से लेकर अब तक छत्तीसगढ़ की कई टीमें अलग-अलग दिशाओं में कलकत्ता पुलिस के साथ मिलकर तलाशने में लगी थी. इसके अलावा विशेष टीम भी इसकी तलाश में लगी थी. पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश और छत्तीसगढ़ पुलिस के अलावा NIA को भी अब्दुल नईम की तलाश थी.
बताया जा रहा है कि बुधवार को उसे उत्तर प्रदेश के वाराणसी से उसे गिरफ्तार किया गया. उसे राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंप दिया गया है. उसके पास अहम स्थानों की तस्वीरें, वीडियो और नक्शे मिले हैं. उससे पूछताछ की जा रही है.
इस संबंध में रायगढ़ पुलिस अधीक्षक बद्री नारायण मीणा ने उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि जल्द ही छत्तीसगढ़ पुलिस उसे अपनी अभिरक्षा में लेगी और उससे फरारी सम्बन्धी पूछताछ होगी. यही नहीं, उन लोगों को भी हिरासत में लिया जाएगा, जिन्होंने इस कुख्यात आतंकी को शरण दी थी. जब यह आतंकी फरार हुआ था तब उसकी दाढ़ी, मूंछ के अलावा चेहरे पर चश्मा था, लेकिन यूपी में पकड़े जाने के दौरान उसका हुलिया बदला हुआ था, न उसके चेहरे पर दाढ़ी थी, न ही मूंछ और न ही चश्मा.
सुनील नामदेव / दिनेश अग्रहरि