छत्तीसगढ़ के कांकेर में नक्सलियों द्वारा बिछाए गए IED ब्लास्ट की चपेट में आने से BSF के दो जवान शहीद हो गए. घटना छोटे बेठिया इलाके की बताई जा रही है. शहीद जवानों के नाम संतोष लक्ष्मण और नित्यानंद नायक हैं. बताया जा रहा है कि घटना के समय दोनों जवान मोटर साइकिल पर सवार थे. तलाशी के दौरान वे जंगल की ओर बढ़ रहे थे, तभी IED धमाका हो गया. हालांकि इससे पहले पथरीली मिट्टी देखकर दोनों जवान सतर्क हुए थे, लेकिन फिर भी इसकी चपेट में आ गए.
बुरी तरह जख्मी दोनों जवानों को उनके साथियों ने गोलीबारी के बीच से निकाला और अस्पताल ले जाने लगे, लेकिन उन्होंने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया. कांकेर के पखांजूर के छोटे बेठिया इलाके में BSF का यह दस्ता दोपहर में पंहुचा था. जिस वक्त ये जवान जंगल के भीतर दाखिल हुए, उस समय हालात पूरी तरह से सामान्य दिखाई दे रहे थे. रास्ते में उन्होंने कुछ राहगीरों का हाल चाल जाना और उनसे सामान्य बातचीत भी की.
जवानों को इस बात की भनक तक नहीं लगी कि आगे नक्सली मूवमेंट हुआ है. आमतौर पर ग्रामीणों से बातचीत के दौरान सुरक्षा बलों को नक्सली मूवमेंट की जानकारी मिल जाती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ. छोटे बेठिया का जंगल पार होने से पहले ही वे IED की चपेट में आ गए. एंटी नक्सल ऑपरेशन विंग के डीआईजी पी सुंदराज के मुताबिक BSF के दस्ते के शेष जवान सुरक्षित हैं.
उन्होंने बताया कि ब्लास्ट के दौरान नक्सलियों की फायरिंग का BSF के जवानों ने मुंहतोड़ जवाब दिया है. अंधेरा होने के चलते घटनास्थल से सिर्फ घायल जवानों को निकाला जा सका. सुंदराज के मुताबिक BSF की जवाबी कार्रवाई में कुछ नक्सलियों के भी मारे जाने की आशंका है. फिलहाल शहीद जवानों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए कांकेर जिला अस्पताल भेज दिया गया है. मंगलवार को गार्ड ऑफ ऑनर के साथ पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवान अपने शहीद साथियों को अंतिम विदाई देंगे.
राम कृष्ण / सुनील नामदेव