छत्तीसगढ़ में चौथी बार सत्ता में वापसी के लिए राज्य की बीजेपी सरकार ने तमिलनाडु पैटर्न अपना लिया है. इसके तहत वो घर-परिवार के सभी जरूरी सामान राज्य की जनता को मुफ्त में मुहैया कराने के लिए सरकारी तिजोरी का इस्तेमाल करेगी. सरकार का धन जनता का धन है. लिहाजा इसे जनता को वापस कर दें. ऐसा ही मानना है राज्य की रमन सिंह सरकार का.
छत्तीसगढ़ की रमन सरकार ने अब जनता को मुफ्त प्रेशर कुकर बांटेगी. इसके पहले रमन सिंह सरकार मुफ्त में टिफिन, मोबाइल, साइकिल, सिलाई मशीन, लैपटॉप, चरण पादुका, साड़ी, कंबल, स्कूली ड्रेस और ऐसी ही जरूरत की चीजें बांट चुकी है. अब बारी प्रेशर कुकर की है. ये ब्रांडेड प्रेशर कुकर तीन से पांच लीटर के बीच के होंगे. इसे लेकर माथापच्ची चल रही है. अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा और खरीददारी करने वाले अफसरों से सौदा हो गया, तो हफ्ते भर के भीतर भुगतान भी हो जाएगा. इसके बाद कुकर मिलने शुरू हो जाएंगे.
यह कुकर अन्त्योदय योजना के तहत मुफ्त वितरित किए जाएंगे. पहले इसे आदिवासी इलाकों में मुहैया कराया जाएगा और फिर सामान्य बस्तियों में पार्टी के पार्षद के हाथों वितरण किया जाएगा. राजनीति के तमिलनाडु पैटर्न ने वोटरों को काफी लाभ पहुंचाया था. इसके चलते वहां मुफ्त वितरण योजना ने राजनीतिक दलों को सत्ता तक पहुंचा दिया.
तमिलनाडु में चुनाव के दौरान सत्ताधारी दल ने ऐसी नीति बनाई थी, जो चुनाव के दौरान कारगर साबित हुई. वोटरों के परिवार को स्मार्ट टीवी, मोबाइल, मोटर साइकिल, स्कूटी, डिनर सेट और हैदराबादी मोती के आभूषण जैसे कीमती गिफ्ट दिए गए थे. तमिलनाडु के सत्तधारी दल के आलावा कई विपक्षी नेताओं ने भी इस पर अमल किया था. ऐसा लगता है कि अब छत्तीसगढ़ सरकार को भी मुफ्त वितरण योजना रास आ गई है.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष धरम लाल कौशिक के मुताबिक बीजेपी की योजना अन्त्योदय तक अर्थात समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने की है. ऐसे में जरूरतमंद जनता को सरकार द्वारा वस्तुएं वितरित की जाती हैं. इससे पहले कांग्रेस नेता चरणदास महंत ने बीजेपी सरकार द्वारा टिफिन बांटे जाने पर तंज कसा था. उन्होंने कहा था कि सरकार ने टिफिन तो दे दिया, लेकिन जनता खाना कहां से लाए. माना जा रहा है कि मुफ्त कुकर बांटने पर भी कांग्रेस बीजेपी पर तंज कस सकती है.
राम कृष्ण / सुनील नामदेव