CPI कार्यकर्ताओं ने नोट बंदी के मुद्दे पर एक विरोध प्रदर्शन सोमवार को पटना में भारत बंद के दौरान मार्च निकाला था. इस विरोध मार्च में जहां सीपीआई के कई कार्यकर्ता मौजूद थे वहीं सबसे चौंकाने वाली तस्वीर तब सामने आए जब इस विरोध प्रदर्शन में 8 से 10 साल के बच्चों को हाथों में तख्तियां और सीपीआई के झंडे को लेकर प्रदर्शन करते हुए और नारे लगाते हुए देखा गया.
नहीं मालूम नोटबंदी का मतलब
छोटे बच्चे प्रदर्शन में आजादी के लिए नारे लगा रहे थे, बच्चों से प्रदर्शन के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि उन्हें इसके बारे में कुछ नहीं पता है. वहीं प्रदर्शन में शामिल एक नाबालिग लड़के ने कहा कि वह मोदी से नोटबंदी से आजादी मांग रहा है. जब उससे नोटबंदी के बारे में पूछा तो उसे यह नहीं पता था कि नोटबंदी क्या होती है, वहीं दूसरी ओर एक लड़के ने कहा कि नोटबंदी का मतलब आदमी को खाना नहीं मिलने से है.
CPI कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन में बच्चों के इस्तेमाल पर गोलमोल जवाब दिए, CPI कार्यकर्ता आकाश गौरव बोले कि नोटबंदी का असर बच्चों पर भी हुआ है, इसलिए वे प्रदर्शन में शामिल
है.
गौरतलब है कि सोमवार को लेफ्ट पार्टियों के द्वारा भारत बंद का आहवान किया गया था.
रोहित कुमार सिंह