जिन्हें रिपोर्ट कार्ड का मतलब तक नहीं पता वो उसे जारी कर रहे है: सुशील मोदी

बिहार के पूर्व उप- मुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव द्वारा रिपोर्ड कार्ड जारी करने को लेकर सुशील मोदी ने उनपर हमला बोला है. सुशील मोदी ने कहा कि 26 साल की उम्र में फर्जी कंपनियों के चोर दरवाजे से करोड़ों रुपये की 26 संपत्तियों के मालिक बनने वाले नेता को बिहार में भ्रष्टाचार बढ़ने की बात उस चारा घोटाला से शुरू करनी चाहिए थी.

Advertisement
सुशील मोदी सुशील मोदी

परमीता शर्मा / सुजीत झा

  • पटना,
  • 04 अप्रैल 2018,
  • अपडेटेड 8:02 PM IST

बिहार के उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने तेजस्वी यादव के रिपोर्ट कार्ड का जवाब ट्वीट करके दिया है. उन्होंने लिखा कि आरजेडी को अपने रिपोर्ट कार्ड में बताना चाहिए था कि अगस्त 2017 की भीषण बाढ़ के समय सीमांचल के डेढ़ करोड़ पीड़ितों के राहत-पुनर्वास कार्य में उसने एक रुपये की भी मदद क्यों नहीं की? 21 जनवरी 2018 को बाल विवाह और दहेज प्रथा के विरुद्ध मानव श्रृंखला का बहिष्कार क्यों किया गया? विधानमंडल के बजट सत्र में सदन की कार्यवाही बाधित कर जनता के करोड़ों रुपये बर्बाद क्यों किये गए? आरजेडी के 15 साल के राज में हुए नरसंहारों के लिए दलितों से माफी क्यों नहीं मांगी गयी? सुप्रीम कोर्ट के आदेश की आड़ में राज्य को हिंसा-आगजनी के हवाले क्यों किया गया?

Advertisement

बिहार के पूर्व उप- मुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव द्वारा रिपोर्ड कार्ड जारी करने को लेकर सुशील मोदी ने उनपर हमला बोला है. सुशील मोदी ने कहा कि 26 साल की उम्र में फर्जी कंपनियों के चोर दरवाजे से करोड़ों रुपये की 26 संपत्तियों के मालिक बनने वाले नेता को बिहार में भ्रष्टाचार बढ़ने की बात उस चारा घोटाला से शुरू करनी चाहिए थी, जिसके चार मामलों में उनके पिता सजा काट रहे हैं. कथित रिपोर्ट कार्ड में बेनामी संपत्ति बनाने के उन आरोपों का बिंदुवार जवाब तो होना ही चाहिए था, जिसके चलते पार्टी को सत्ता से बाहर किया गया. सुशील मोदी ने कहा कि जिन्हें रिपोर्ट कार्ड के मायने तक नहीं पता,  वे झूठे आरोपों के पुलिंदे को कार्ड बता रहे हैं.

मोदी ने तेजस्वी पर तंज कसते हुए कहा कि बालू-शराब माफिया की फंडिंग से राजनीति करने वालों का रिपोर्ट कार्ड जनता को पहले से पता है. तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि महागठबंधन सरकार में लालू प्रसाद के कम पढ़े-लिखे दोनों बेटे कैबिनेट मंत्री बनकर तीन-तीन विभाग का काम संभाल रहे थे. इनमें से एक को आज इस बात पर आपत्ति है कि एक सीनियर आईएएस ( प्रधान सचिव) तीन-तीन विभाग का काम क्यों देख रहा है? कुछ लोग दूसरों पर पत्थर उछालने से पहले शीशे का अपना घर नहीं देखते.

Advertisement

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement