जीत के बावजूद तेजस्वी ने दोहराई मांग, EVM से नहीं हो चुनाव

पिछले दिनों आरजेडी ने अररिया लोकसभा चुनाव के साथ-साथ जहानाबाद और जोकीहाट विधानसभा उपचुनाव में जीत हासिल की है. सवाल उठता है कि लगातार ईवीएम के द्वारा कराए जा रहे चुनाव जीतने के बावजूद भी आखिर तेजस्वी यादव क्यों चाहते हैं कि चुनाव बैलेट पेपर के जरिए हो?

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तेजस्वी यादव तेजस्वी यादव

अजीत तिवारी / रोहित कुमार सिंह

  • पटना,
  • 02 जून 2018,
  • अपडेटेड 2:39 PM IST

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में उनकी पार्टी बिहार में ईवीएम द्वारा कराए गए लगातार 3 उपचुनाव जीत चुकी है. मगर इसके बावजूद भी उनकी मांग है कि भविष्य में होने वाले कोई भी चुनाव ईवीएम के जरिए ना हो बैलेट पेपर के जरिए कराए जाएं.

पिछले दिनों आरजेडी ने अररिया लोकसभा चुनाव के साथ-साथ जहानाबाद और जोकीहाट विधानसभा उपचुनाव में जीत हासिल की है. सवाल उठता है कि लगातार ईवीएम के द्वारा कराए जा रहे चुनाव जीतने के बावजूद भी आखिर तेजस्वी यादव क्यों चाहते हैं कि चुनाव बैलेट पेपर के जरिए हो?

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इसका जवाब यह है कि विपक्षी दलों के साथ-साथ अब सत्ता पक्ष वालों ने भी ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करना शुरू कर दिया है. तेजस्वी यादव ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का हवाला देते हुए एक ट्वीट किया है और कहा है कि उन्होंने भी ईवीएम के द्वारा कराए जाने वाले चुनाव को लेकर संदेह जताया है.

तेजस्वी यादव ने सवाल पूछा है कि जब सत्तारूढ़ और विपक्षी दल, दोनों ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर रहे हैं तो आखिर चुनाव आयोग इस पूरे मामले का संज्ञान क्यों नहीं ले रहा है? भाजपा पर तंज कसते हुए तेजस्वी यादव ने सवाल उठाया है कि जब भी कभी ईवीएम में तकनीकी गड़बड़ी आती है तो वोट भाजपा को ही क्यों जाता है?

2019 लोकसभा चुनाव से पहले तेजस्वी यादव ने कहा है कि ईवीएम को भाजपा के शासन में सर्दी, खांसी, जुकाम, डेंगू और लू लगने की बीमारी शुरू हो गई है. तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग से मांग की है कि वह इस पूरे मामले को लेकर स्पष्टीकरण दें या फिर चुनावों में ईवीएम के इस्तेमाल पर रोक लगाएं.

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