बिहार के सीतामढ़ी में जमीन के पट्टे में धांधली होने की वजह से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के तत्वावधान में बासकित का पर्चा जारी करने के लिए अनशन कर रहे लोगों के बीच कुछ लोगों ने पेट्रोल बम फेंक दिया. इस कारण अनशन में शामिल 2 लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए, जिसमें एक महिला भी शामिल है. घटना को अंजाम देने के बाद हमलावर भाग निकले. घटना बुधवार रात की है.
सीतामढ़ी जिले के रून्नी सैदपुर प्रखंड कार्यालय पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के बैनर तले बासकित पर्चा देने में आनाकानी के विरोध में 5 दिनों से अनशन पर बैठे लोगों पर असामाजिक तत्वों ने पेट्रोल बम फेंक दिया. घटना के बाद अनशन स्थल पर अफरा-तफरी मच गई. जख्मियों को आनन-फानन में अस्पताल भेजा गया. जख्मियों की पहचान 60 साल के बिंदा साहनी और 65 साल की अनारी देवी के रूप में हुई.
घटना से क्रोधित लोगों ने सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर रोड को जाम कर दिया. प्रदर्शन कर प्रशासन के विरोध में नारेबाजी होने लगी. जाम से रोड के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई. डीएसपी ने घटनास्थल पर पहुंचकर लोगों को समझाने की कोशिश की लेकिन, लोग कार्रवाई नहीं होने तक जाम जारी रखने पर डटे रहे. बाद में बड़ी मुश्किल से जाम हटा.
सीपीआई नेता मदन राय ने कहा कि हम लोग शांतिपूर्ण ढंग से अनशन पर बैठे थे. इसी बीच बीडीओ ने बातचीत के लिए चैंबर में बुलाया. वे लोग बीडीओ के कमरे में प्रवेश करने ही वाले थे, इसी बीच धरनास्थल पर आग लगने की सूचना मिली. पता चला कि किसी ने पेट्रोल बम फेंक दिया है. सीपीआई नेता ने कहा कि ये आंदोलनकारियों को डराने के लिए साजिश है. इस घटना के पीछे बीडीओ समेत स्थानीय प्रशासन का हाथ है.
डीएम डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने बताया कि बासकित पर्चा के लिये 214 लोगों का चयन किया गया था. इसके अतिरिक्त कुछ राजनैतिक लोग गलत तरीके से दोबारा लेने के नाम पर प्रदर्शन कर रहे थे. जिसमें ठंड की वजह से अलाव में कोई ज्वलनशील पदार्थ उनके ही बीच से लेकर किसी ने डाल दिया, जिस कारण यह हादसा हुआ. जिसकी जांच की जा रही है. दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा.
वहीं, धरने पर बैठे देवेंद्र यादव ने बताया कि किसी ने उन पर पेट्रोल फेंका जो बिंदा साहनी के सिर पर गिरा. वह बुरी तरह झुलस गए जिन्हें अस्पताल रेफर कर दिया गया है.
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