कांग्रेस के लिए बुरे दिन खत्म होने का नाम नहीं ले रहे हैं. बिहार कांग्रेस में एक बार फिर बैठक के दौरान नेताओं के बीच हंगामा और संघर्षपूर्ण स्थिति हो गई. बैठक में शामिल नेता जमकर हंगामा करने लगे. पार्टी कार्यकर्ता पिछले साल के अंत में बिहार में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के लिए टिकट वितरण पर आरोप लगा रहे थे.
राजधानी पटना में कांग्रेस के ऑफिस में बिहार के नवनियुक्त पार्टी प्रभारी भक्त चरण दास की मौजूदगी में आज मंगलवार (12 जनवरी) को बैठक के दौरान नेता भड़क गए. भक्त चरण दास नेताओं की नाराजगी को चुपचाप देखते रहे थे. इस दौरान कुछ नेताओं ने मंच की ओर से कुर्सियां भी फेंकी.
कांग्रेस नेताओं की आज बैठक शुरू होते ही कुछ नेताओं की ओर से पार्टी के प्रदेश नेतृत्व पर मनमानी करने और विधानसभा चुनावों में टिकटों की खरीद बिक्री करने को लेकर गंभीर आरोप लगाने शुरू कर दिए. हंगामा काफी देर तक जारी रहा.
भक्त चरण दास को पिछले दिनों बिहार का कांग्रेस प्रभारी बनाया गया है. बिहार कांग्रेस के प्रभारी और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार किए जाने वाले शक्ति सिंह गोहिल की इच्छानुसार पार्टी आलाकमान ने उन्हें बिहार के प्रभार से मुक्त कर दिया था.
नवंबर में भी हुआ था हंगामा
इससे पहले नवंबर महीने में भी कांग्रेस ऑफिस में बैठक के दौरान नेताओं के बीच हाथापाई हो गई थी. विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद बिहार कांग्रेस में नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में 13 नवंबर को नेताओं ने जमकर बवाल मचाया और हाथापाई भी की. बैठक के बीच उस समय हंगामा हो गया जब विधायक विजय शंकर दुबे को चोर कह दिया गया.
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चुनाव में हार के बाद कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय सदाकत आश्रम में पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक बुलाई गई थी. विधायक दल की बैठक में महाराजगंज से कांग्रेस विधायक विजय शंकर दुबे और विक्रम से विधायक सिद्धार्थ के बीच में कांग्रेस विधायक दल के नेता बनने को लेकर झगड़ा शुरू हो गया. गाली-गलौज के साथ-साथ हाथापाई भी हुई.
जिस वक्त झगड़ा शुरू हुआ उस समय छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन अविनाश पांडे भी मौजूद थे.
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