बिहार में इंटर टॉपर घोटाला उजागर होने के बाद इंटर कॉलेज और स्कूलों पर गाज गिरने का सिलसिला लगातार जारी है. स्कूल और कॉलेजों को गलत तरीके से दिए गए मान्यता की जांच करने के बाद बिहार विद्य़ालय परीक्षा समिति ने एक बार फिर 56 स्कूल और कॉलेजों की मान्यता को जहां रद्द कर दिया है वहीं 26 स्कूल और कॉलेजों की मान्यता को निलंबित करने का फैसला लिया है.
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि इंटर टॉपर घोटाला सामने के बाद स्कूल और कॉलेजों के बौतिक सत्यापन और उसको दी गयी मान्यता की जांच के लिए बिहार के सभी जिलों में अपर समाहर्ता की अध्यक्षता में समिति बनायी गयी थी. उन्होंने कहा कि बिहार के विभिन्न जिलों से आयी जांच रिपोर्ट के आधार के आधार पर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने स्कूल और कॉलेजों की मान्यता को रद्द या निलंबिक करने का फैसला लिया है.
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि इस बार 56 स्कूल और कॉलेजों की मान्यता को रद्द करने और 26 स्कूल और कॉलेजों की मान्यता को निलंबित करने का फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि निलंबित किए गए स्कूल और कॉलेजों को 15 दिन का समय विंदूवार स्पष्टीकरण के लिए दिया गया है. उन्होंने कहा कि स्कूल और कॉलेजों से जवाब मिलने के बाद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति उस पर अंतिम निर्णय लेगी.
विदित हो कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पिछले दो साल के दौरान जिन स्कूल और कॉलेजों को मान्यता दी गयी है वैसे ही कॉलेजों और स्कूलों की जांच के लिए समिति का गठन किया है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति अब तक 124 स्कूल और कॉलेजों की मान्यता को रद्द कर चुकी है.
उल्लेखनीय है कि इंटर टॉपर घोटाला के बाद पिछले दो वर्षों के दौरान बिहार बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद द्वारा संबद्धता प्रदान किए गए प्रदेश के 31 जिलों के कुल 212 विद्यालय एवं महाविद्यालयों की संबद्धता की जांच 18 मानक शर्तो पर कराई जा रही है. इन 212 विद्यालय एवं महाविद्यालयों में से अब तक 124 स्कूल और कॉलेजों की मान्यता को रद्द कर चुकी है.
सुजीत झा