सिंघम, दबंग और रोबिन हुड पांडे के नाम से मशहूर और चर्चित बिहार के आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे की आखिरकार बिहार पुलिस से विदाई हो गयी, उनको तीन साल तक उनके गृह राज्य महाराष्ट्र में प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया है.
गुरुवार की शाम जब वह मुंबई जाने के लिए पटना एयरपोर्ट पहुंचे तो उनसे पहले ही युवाओं का हुजूम फूल, मालाओं के साथ शिवदीप लांडे का इंतजार कर रहा था, लोगों के चेहरे पर उदासी साफ देखी जा सकती थी, काफी संख्या में लोग उन्हें विदाई देने वहां पहुंचे, उनमें सिर्फ पटना के लोग नहीं थे, बिहार में जहां भी उनका कार्यकाल रहा वहां के लोग उनसे मिलने पहुंचे थे.
एयरपोर्ट पर विदा लेते हए शिवदीप लांडे भावुक हो गए और कहा 'मेरी जब तक सांसे चलेगी तब तक हर सांस के साथ बिहार की यादें जुडी रहेगी, मेरी जो पहचान है शिवदीप वह सिर्फ बिहार के वजह से हैं, जो प्यार बिहार के लोगों से मिला, उसे मैं ताउम्र नहीं भूल पाउंगा'.
पटना एयरपोर्ट पर अपने प्रति लोगों के अपार स्नेह और समर्थन देख और अपने कर्मभूमि बिहार को तीन साल छोड़कर जाने का गम वह भले अपने काले चश्मे के अंदर छुपाने में सफल रहे हो मगर मुम्बई पहुचते
ही अपने भावना को ज्यादा देर तक छुपा न सकें और अपने फेसबुक आईडी से पोस्ट कर सबके सामने अपनी दिल की बात जाहिर कर दी, कहीं न कहीं राजनीतिक उदासीनता के हत्थे चढ़े शिवदीप लांडे का दिल को छूने
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"आठ साल पहले पटना का यही एयरपोर्ट था जहां मैं पहली बार बिहार आया और आज ये वही एयरपोर्ट है जहाँ से मैं अगले तीन वर्ष के लिए महाराष्ट्र जा रहा हूँ. ये आठ वर्ष ने मुझे इतनी यादें दी हैं कि मैं आज न चाहते हुए भी खुद को भावुक होने से न रोक सका, पर मेरे इस काले चश्मे ने मेरे नम आँखों को सबके सामने आने से रोक लिया. मुझे लोगों ने हमेशा एक टफ़ छवि में देखा है और मैं वैसा ही वहां से विदा होना चाहता था. बिहार मेरा परिवार है, सभी बिहारी मेरे दिल में बसते हैं और मैं वापस आकर अपने परिवार की हिफाजत करता रहूँगा. 'जय हिंद'
अब अगले तीन साल शिवदीप लांडे अपने गृह राज्य महाराष्ट्र में सेवा देंगे. बिहार में अपनी 8 साल तैनाती के दस साल के दौरान शिवदीप लांडे जनता के हीरो बने रहे, पटना, अररिया, जमुई में हालात सुधारने से लेकर, रोहताश के खनन माफियाओं पर नकेल कसने में सफल रहे लांडे. एक पुलिस अफसर के लिए लोगों की यह दिवानगी शायद ही कभी दिखी होगी.
अनिल कुमार