रिजल्ट गड़बड़ी पर कोर्ट ने लगाया जुर्माना तो जागा बिहार बोर्ड

10वीं उत्तीर्ण छात्रा प्रियंका सिंह को कोर्ट से मिले न्याय के बाद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के प्रशाखा पदाधिकारी अंजनी सिन्हा ने यह मामला दर्ज करवाया. पुलिस ने इस मामले में कहरा प्रखंड में कार्यरत एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया है.

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बिहार विद्यालय परीक्षा समिति बिहार विद्यालय परीक्षा समिति

सुजीत झा

  • पटना,
  • 24 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 6:30 PM IST

इंटरमीडिएट टॉपर स्कैम का दाग धोने की कोशिश में लगे बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पर फिर से एक दाग लगा है, वो भी ऐसा दाग जिसपर कोर्ट की मुहर लग गई है. पटना हाई कोर्ट ने बिहार परीक्षा बोर्ड पर इसलिए 5 लाख रुपये का जुर्मानालगाया है क्योंकि उसने एक छात्रा को पास होने के बावजूद फेल घोषित कर दिया.

पटना हाई कोर्ट में पीड़िता प्रियंका सिंह ने गुहार लगाई तो सच्चाई सामने आई. अब बिहार बोर्ड इस दाग को धोने के लिए कार्रवाई कर रहा है. बारकोडिंग की गड़बड़ी की वजह से छात्र को फेल करार दिया गया था, लेकिन जांच के बाद उसका रिजल्ट टॉप 10 में आया.

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गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद सहरसा के सदर थाना में मामला दर्ज किया गया है. 10वीं उत्तीर्ण छात्रा प्रियंका सिंह को कोर्ट से मिले न्याय के बाद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के प्रशाखा पदाधिकारी अंजनी सिन्हा ने यह मामला दर्ज करवाया. पुलिस ने इस मामले में कहरा प्रखंड में कार्यरत एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया है.

डीएसपी प्रभाकर तिवारी का कहना है कि बारकोडिंग में अनियमितता से संबंधित बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से प्राप्त आवेदन के आधार पर सदर थाना कांड संख्या 1032/17 दर्ज हुआ है. उसमें परीक्षा के मूल्यांकन समिति के संयोजक उपविकास आयुक्त थे. उनसे प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर आलोक कुमार की गिरफ्तारी हुई है. इसमें और भी जो जिम्मेदार लोग है उनकी गिरफ्तारी की जाएगी.

इस मामले में गिरफ्तार कर्मचारी आलोक ने बताया कि काफी दवाब में जबरन काम लिया गया था. सुबह सात बजे से रात तक अस्त-व्यस्त माहौल में काम किया गया. फिर भी दोषी कोई और है और गिरफ्तारी मेरी की गई. हांलाकि इस मामले में और गिफ्तारियां हो सकती हैं.

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