बिहार: उपेंद्र कुशवाहा को बड़ा झटका, RLSP के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष समेत 35 नेता RJD में शामिल

राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को बड़ा झटका लगा है. JDU में विलय करने के पहले ही RLSP के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र कुशवाहा, महासचिव निर्मल कुशवाहा सहित 35 नेता RJD में शामिल हो गए. इन नेताओं ने RJD दफ्तर में तेजस्वी यादव के हाथों पार्टी की सदस्यता ग्रहण की.

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RLSP के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा (फाइल फोटो) RLSP के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा (फाइल फोटो)

उत्कर्ष कुमार सिंह

  • पटना,
  • 12 मार्च 2021,
  • अपडेटेड 6:47 PM IST
  • JDU में मर्जर से पहले RLSP को झटका
  • प्रदेश अध्यक्ष राजद में होंगे शामिल

बिहार में शुक्रवार को राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को बड़ा झटका लगा है. JDU में विलय करने के पहले ही RLSP के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र कुशवाहा, महासचिव निर्मल कुशवाहा सहित 35 नेता RJD में शामिल हो गए. इन नेताओं ने RJD दफ्तर में तेजस्वी यादव के हाथों पार्टी की सदस्यता ग्रहण की.

RLSP नेताओं को RJD में शामिल कराते वक्त तेजस्वी खुश नजर आए, तेजस्वी ने मजाकिया लहजे में कहा कि इन नेताओं ने उपेंद्र कुशवाहा को RLSP से बाहर करके पूरी पार्टी का ही RJD में विलय कर दिया है.

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तेजस्वी ने कहा कि इन साथियों के RJD में आने से पार्टी मजबूत होगी. उन्होंने कहा कि इससे पहले विधानसभा चुनाव में RLSP के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी भी RJD की सदस्यता ग्रहण कर चुके हैं.

तेजस्वी यादव ने उपेंद्र कुशवाहा पर उनके पुराने बयानों को लेकर तंज भी कसे. तेजस्वी ने कहा कि कुशवाहा पहले कहते थे कि अगर नीतीश कुमार जैसा दोस्त हो तो दुश्मन की जरूरत नहीं पड़ती है. अब शायद कुशवाहा जी इन बातों को भूल गए हैं.

RLSP छोड़कर RJD में आए वीरेंद्र कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार को सत्ता से हटाने के लिए RLSP बनाई गई थी. इसी संकल्प के साथ हमने गांव-गांव जाकर लोगों को संकल्प दिलवाया था, लेकिन अब उपेंद्र कुशवाहा ने इन संकल्पों को भूलकर नीतीश कुमार के साथ जाने का मन बना लिया है. उन्होंने कहा कि अब तेजस्वी यादव के नेतृत्व में नीतीश कुमार को सत्ता से हटाना उनका संकल्प है.

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गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों में उपेंद्र कुशवाहा की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नजदीकियां बढ़ी हैं. बताया जा रहा है कि वे जल्द ही वापस से नीतीश कुमार के साथ आ जाएंगे. लेकिन ये साथ कोई गठबंधन नहीं, बल्कि उनकी पार्टी का नीतीश की पार्टी में विलय होगा. उनके इस फैसले से नाराज़ होकर उनके ही साथियों ने अब उनका साथ छोड़ दिया है.

इसके अलावा उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी RLSP का नीतीश कुमार की पार्टी JDU में मर्जर होने की खबरें आ रही हैं. दोनों नेताओं के बीच कई दौर की बैठकें भी हो चुकी हैं. माना जा रहा है कि 14 मार्च को उपेंद्र कुशवाहा अपनी पार्टी की अहम बैठक के बाद इसे लेकर अंतिम निर्णय भी लेने वाले हैं. लेकिन ये फैसला होने से पहले ही पार्टी में बगावत हो गई.

आपको बता दें कि बिहार में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भी RLSP के प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी ने उपेंद्र कुशवाहा का साथ छोड़ दिया था. चुनाव नतीजों के बाद राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश यादव और राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो. सुबोध मेहता भी पार्टी छोड़कर लालटेन का दामन थाम चुके हैं. बीते महीनों में उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी में जबरदस्त टूट हुई है, जो अभी तक जारी है. ऐसे में लगातार लग रहे इन झटकों का मर्जर पर क्या असर पड़ता है, ये देखने वाली बात होगी.

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