बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने प्रदेश में धड़ल्ले से खुल रहे B.ed कॉलेजों को लेकर चिंता व्यक्त की और तंज कसते हुए कहा है कि राज्य में इक्का-दुक्का ही नेता बचे होंगे जिनका बीएड कॉलेज नहीं हो. ए.एन कॉलेज के युवा महोत्सव को संबोधित करते हुए गुरुवार को सत्यपाल मलिक ने कहा कि बीएड की पढ़ाई प्रदेश में एक बड़ा कारोबार बन चुका है. सत्यपाल मलिक ने कहा कि इन बीएड कॉलेजों में अवैध तरीके से दाखिला लिया जाता है और मनमानी फीस वसूली जाती है.
गवर्नर ने कहा कि इन कॉलेजों में दाखिला लेने से पहले कॉलेज प्रशासन ना तो राजभवन से ना ही बिहार सरकार से इजाजत लेता है और सब कुछ मनमाने तरीके से चलता है.
सत्यपाल मलिक ने कहा कि बीएड कॉलेज से जुड़े शिक्षा माफिया काफी ताकतवर हैं और वह उनके खिलाफ गिरोह बनाकर साजिश रच रहे हैं. कार्यक्रम में मौजूद शिक्षा जगत से जुड़े लोगों और आम जनता से विनती करते हुए सत्यपाल मलिक ने कहा कि उन्हें इन सब की मदद की जरूरत है ताकि वह इस पूरी व्यवस्था को ठीक कर सकें.
बीएड कॉलेज से जुड़े भ्रष्टाचार को लेकर सत्यपाल मलिक ने कहा कि वह केवल कानून के हिसाब से काम करेंगे और इसके लिए उन्हें प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति का जनादेश प्राप्त है. सत्यपाल मलिक ने ऐलान किया कि इसी साल अगस्त महीने से बीएड कॉलेजों में दाखिले NEET सेंट्रलाइज्ड परीक्षा की तरह होंगे. इन कॉलेजों में दाखिले मेरिट के आधार पर होंगे.
सत्यपाल मलिक ने कहा कि ये कॉलेज छात्रों का दाखिला ले जाने के बाद सरकार से कहते हैं कि इनका इम्तिहान करवाइए. अगर सरकार इम्तिहान नहीं करवाएंगे तो बच्चों का भविष्य खराब हो जाएगा. अभी हाल ही में सरकार को हजारों छात्रों का इम्तिहान लेना पड़ा क्योंकि गैरकानूनी तरीके से इन सबका दाखिला कराया गया था.
परमीता शर्मा / रोहित कुमार सिंह