UP में BJP से बगावत कर बुरे फंसे मुकेश सहनी, 10 दिनों में हो जाएंगे NDA से आउट!

Boncha assembly by-election: मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) उत्तर प्रदेश के चुनाव में मैदान में उतरी थी. यूपी चुनाव के दौरान मुकेश सहनी बीजेपी के खिलाफ दर्जनों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए. ऐसे में मुकेश सहनी ने यूपी में बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

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मुकेश सहनी (File Pic) मुकेश सहनी (File Pic)

रोहित कुमार सिंह

  • पटना,
  • 13 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 12:16 PM IST
  • 12 अप्रैल को बोचहा सीट पर होगा उपचुनाव
  • यूपी में बीजेपी के खिलाफ सहनी ने उतारे थे उम्मीदवार

बिहार में बोंचहा विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही एनडीए में सहयोगी दल विकासशील इंसान पार्टी के सुप्रीमो मुकेश सहनी की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. मुकेश सहनी एनडीए में बने रहेंगे या फिर उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा इसको लेकर फैसला अगले 10 दिनों में हो जाएगा.

ऐसा इसलिए कि चुनाव आयोग ने शनिवार को बोंचहा विधानसभा सीट पर उप चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया. 12 अप्रैल को बोंचहा सीट के लिए उपचुनाव होगा. बिहार में होने वाले इस इकलौते उपचुनाव के लिए नामांकन 17 मार्च से 24 मार्च तक होना है.

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सवाल उठता है कि आखिर बिहार में होने वाले 1 सीट के लिए उपचुनाव से आखिर एनडीए में मुकेश सहनी पर क्या फर्क पड़ता है ?

इसका जवाब दरअसल यह है कि 2020 बिहार विधानसभा चुनाव में बोंचहा पर वीआईपी उम्मीदवार मुसाफिर पासवान जीते थे. मगर पिछले दिनों उनकी मृत्यु के बाद इस सीट पर अब उपचुनाव होना है. 

उत्तर प्रदेश में खोला था बीजेपी के खिलाफ मोर्चा

इसी दौरान उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मुकेश सहनी ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और 53 सीटों पर बीजेपी उम्मीदवारों के खिलाफ अपने उम्मीदवार भी खड़े किए थे. उत्तर प्रदेश चुनावी नतीजे में मुकेश सहनी की पार्टी को सफलता तो नहीं मिली मगर इसके बाद से ही एनडीए से उनकी विदाई को तय माना जा रहा है.

मुकेश सहनी ने पहले ही ऐलान किया है कि बोंचहा विधानसभा सीट पर उनकी पार्टी किसी भी कीमत पर लड़ेगी और इसी बीच अब बीजेपी ने भी इस सीट पर दावा ठोक दिया है और बीजेपी नेता बेबी कुमारी को इस सीट से उम्मीदवार बनाने के संकेत दे दिए हैं. बोंचहा सीट पर पहले बीजेपी नेता बेबी कुमारी विधायक रह चुकी हैं. 

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शिष्टाचार की सीमा करने वालों के पास कुछ नहीं बचता

मुकेश सहनी की एनडीए से विदाई होने की खबरों पर बीजेपी नेता अरविंद कुमार सिंह ने कहा, गठबंधन में जो सहयोगी दल शिष्टाचार की सीमा को पार कर जाते हैं उनके लिए कुछ बचा नहीं जाता है.

गौर करने वाली बात यह है कि मुकेश सहनी के लिए सबसे मुश्किल यह भी है कि उनके पार्टी के जो 3 विधायक हैं वह भी बीजेपी से ही है और 2020 बिहार विधानसभा चुनाव में उन लोगों ने बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था. ऐसे में अगर मुकेश सहनी एनडीए से निकाले भी जाते हैं तो उनकी पार्टी के तीन विधायक दोबारा बीजेपी में शामिल हो सकते हैं जिसके बाद सहनी की भविष्य की राजनीति पर एक बड़ा सवाल खड़ा हो जाएगा.

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