कुछ इस तरह छात्रों को प्लेसमेंट के लिए तैयार करता है चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का प्लेसमेंट सेल

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इस विभाग की ज़िम्मेदारी छात्रों को प्लेसमेंट के लिए तैयार करना है, ताकि छात्रों को सबसे बेहतरीन कंपनियों में शानदार पैकेज पर प्लेसमेंट मिल सके.

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इस विभाग की ज़िम्मेदारी छात्रों को प्लेसमेंट के लिए तैयार करना है, ताकि छात्रों को सबसे बेहतरीन कंपनियों में शानदार पैकेज पर प्लेसमेंट मिल सके. इस विभाग की ज़िम्मेदारी छात्रों को प्लेसमेंट के लिए तैयार करना है, ताकि छात्रों को सबसे बेहतरीन कंपनियों में शानदार पैकेज पर प्लेसमेंट मिल सके.

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 13 जून 2022,
  • अपडेटेड 11:03 AM IST
  • यह एक ऐसा सूचक है जो कॉलेज की प्रतिष्ठा को बढ़ाने का काम करता है
  • डिपार्टमेंट ऑफ़ करियर प्लानिंग ऐंड डेवलपमेंट, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का एक बेहद ही अहम अंग है.

किसी भी कॉलेज या शिक्षण संस्थान की गुणवत्ता की असली पहचान उसके प्लेसमेंट आंकड़ों से ही होती है. यह एक ऐसा सूचक है जो कॉलेज की प्रतिष्ठा को बढ़ाने का काम करता है. ऐसा कहा जाता है कि किसी भी कॉलेज में प्लेसमेंट सेल का काम बेहद ही चुनौती भरा होता है, और बढ़ती प्रतिस्पर्धा के इस दौर में प्लेसमेंट सेल की चुनौतियां लगातार बढ़ रही हैं.
इस आर्टिकल में, हम देखेंगे कि प्लेसमेंट सेल छात्रों को बेहतरीन प्लेसमेंट देने के लिए किस तरह एक अहम भूमिका निभाता है.

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कंपनी और छात्र के बीच के अंतर को कम करना
प्लेसमेंट सेल का सबसे अहम काम होता है छात्रों को उनकी योग्यता के हिसाब से सही जॉब प्रोफ़ाइल देना. इस तरह प्लेसमेंट पाने वाला छात्र सीधे तौर पर जॉब ऑफ़र करने वाली कंपनियों के साथ जुड़ जाता है.

प्लेसमेंट के लिए ज़रूरी ट्रेनिंग मुहैया कराना
यह प्लेसमेंट सेल ही होता है जो यह पक्का करता है कि छात्रों को हर डोमने में ट्रेनिंग मिले, ताकि इंटरव्यू के अलग-अलग राउंड में छात्र पूरे आत्मविश्वास के साथ बेहतर प्रदर्शन करते हुए अपने लिए जॉब प्लेसमेंट पा सके.


 
प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए छात्रों को तैयार करना 
ऐसे कई छात्र होते हैं जो सिविल सेवाओं या सरकारी नौकरी करना चाहते हैं. प्लेसमेंट सेल इस तरह के छात्रों के साथ कुछ ऐसे तरीके या मूलमंत्र शेयर करता है जिससे छात्र इस तरह की मुश्किल परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन करते हुए उन्हें क्रैक कर सके.
 
उच्च-स्तरीय शिक्षा के लिए छात्रों को तैयार करना
ऐसे कई छात्र हैं जो कॉलेज के बाद भी पढ़ाई करके किसी खास क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करना चाहते हैं. प्लेसमेंट सेल ऐसे छात्रों को उच्च-स्तरीय शिक्षा के लिए प्रवेश परीक्षा में बैठने और सफलता के साथ उन्हें पास करने के बारे में ज़रूरी जानकारी देता है. 
 
छात्रों को ट्रेनिंग देने के लिए जाने-परखे तरीकों का इस्तेमाल करना
ऑडियो-विजुअल प्रज़ेंटेशन, खेल और गतिविधियां, सिमुलेशन से जुड़े अभ्यास और रोल-प्ले जैसे ट्रेनिंग के अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल करके छात्रों को ट्रेनिंग दी जाती है. प्लेसमेंट सेल यह पक्का करता है कि इन तरीकों से छात्रों को अलग-अलग परीक्षाओं और इंटरव्यू के लिए तैयार किया जाए. इससे छात्रों को लक्ष्य की तरफ एकाग्र करने के साथ, उन्हें करियर के लिए सही दिशा भी दिखाई जाती है. 

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अनुभवी प्रशिक्षकों की टीम
प्लेसमेंट सेल की सफलता के लिए, यह ज़रूरी है कि छात्रों के प्रदर्शन का लगातार आकलन होना चाहिए. साथ ही, छात्रों से प्लेसमेंट सेल को मिले सुझाव भी बेहद अहम होते हैं. इस तरह की प्रणाली से यह पक्का किया जा सकता है कि छात्रों को दी जाने वाली ट्रेनिंग सही दिशा में जा रही है. प्लेसमेंट सेल के अनुभवी प्रशिक्षक छात्रों को सिर्फ़ अकादमिक रूप से ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी तैयार करते हैं, ताकि प्लेसमेंट इंटरव्यू के दौरान छात्र हर तरह के सवालों के लिए तैयार रहे.

छात्रों को मिलता है अपने-पन का एहसास
हर व्यक्ति की सीखने की क्षमता अलग होती है और प्लेसमेंट सेल इस बात को बखूबी जानता है. प्लेसमेंट सेल हर छात्र की क्षमता के हिसाब से उन्हें ट्रेनिंग देता है. इस दौरान, यह ध्यान रखा जाता है कि छात्र ट्रेनिंग में आने वाली समस्याओं के बारे में खुलकर बताएं और ट्रेनिंग का पूरा लाभ लें. प्लेसमेंट सेल के प्रशिक्षक इस दौरान छात्रों के संपर्क में रहते हैं, ताकि छात्र बिना झिझके अपनी समस्याओं और प्रगति को लेकर उनसे बात कर सकें.

छात्रों को मिलती है सॉफ्ट स्किल की ट्रेनिंग
हो सकता है कि आप पढ़ाई-लिखाई में अव्वल हों, लेकिन अगर आपको खुद को पेश करना नहीं आता, तो पढ़ाई-लिखाई कम ही काम आती है. प्लेसमेंट सेल यह सुनिश्चित करता है कि छात्र के पास इंटरव्यू के दौरान बातचीत करने, व्यवहार कुशल होने, और अपनी योग्यताओं को बताने की पूरी काबिलियत हो.

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छात्रों की ऐप्टिट्यूड स्किल को बेहतर बनाना
प्लेसमेंट सेल छात्रों को अलग-अलग तरह के डेटा इंटरप्रिटेशन के साथ, तर्क और आंकड़ों पर आधारित विश्लेषण से गुजारते हैं. इस तरह की ट्रेनिंग तब काम आती है, जब छात्रों से इंटरव्यू के दौरान सामान्य बौद्धिक क्षमता वाले सवाल पूछे जाते हैं. ऐप्टिट्यूड स्किल का मतलब है कि छात्रों का बौद्धिक विकास, जो छात्रों को सिर्फ़ अकादमिक ज्ञान ही नहीं बल्कि आस-पास होने वाली हर गतिविधि से भी परिचित रखता है.
 
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में डिपार्टमेंट ऑफ़ करियर प्लानिंग ऐंड डेवलपमेंट
डिपार्टमेंट ऑफ़ करियर प्लानिंग ऐंड डेवलपमेंट, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का एक बेहद ही अहम अंग है. इस विभाग की ज़िम्मेदारी छात्रों को प्लेसमेंट के लिए तैयार करना है, ताकि छात्रों को सबसे बेहतरीन कंपनियों में शानदार पैकेज पर प्लेसमेंट मिल सके. 
इस विभाग का इन्फ्रास्ट्रक्चर बेहतरीन गुणवत्ता का है जिसमें सॉफ्ट स्किल लैब, सभी क्लासरूम में प्रोजेक्टर, कोर्स से जुड़े स्टडी मटेरियल जिनमें हर विषय के लिए खास तौर पर डिज़ाइन की गई किताबें शामिल हैं. इसके साथ ही, छात्रों को हर सेमेस्टर में 200 से ज़्यादा सवाल दिए जाते हैं जिन्हें पढ़कर छात्र अपने प्लेसमेंट के लिए तैयारी कर सकते हैं. प्लेसमेंट उन सभी कोशिशों का एकजुट रूप होता है जो यूनिवर्सिटी और छात्र ने डिग्री लेने के दौरान की हैं.

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CUCET के बारे में जानकारी
CUCET एक राष्ट्रीय स्तर की ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा है, जिसे चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी आयोजित करती है. इसे NAAC से A+ ग्रेड की मान्यता प्राप्त है. यह प्रवेश परीक्षा कई कोर्स में प्रवेश के लिए अनिवार्य है. जैसे, बी.ई, बी. फार्मा, एमबीए, इंटिग्रेटेड लॉ प्रोग्राम (बी.ए+एलएलबी, बीबीए+एलएलबी, बी.कॉम+एलएलबी), बी.एससी(ऑनर्स) एग्रीकल्चर, फार्म डी, मास्टर ऑफ फार्मेसी (फार्मास्यूटिक्स), मास्टर ऑफ फार्मेसी (फार्माकोलॉजी), मास्टर ऑफ फार्मेसी (इंडस्ट्रियल फार्मेसी), बी.एससी. नर्सिंग, इंजीनियरिंग से जुड़े स्नातक कार्यक्रम में एडमिशन के लिए, फार्मेसी, एग्रीकल्चर ऐंड इंटिग्रेटेड लॉ, एमबीए, मास्टर ऑफ लॉ जैसे कई कोर्स. प्रतिभाओं को संवारने के लक्ष्य के साथ, CUCET प्लेसमेंट कंपनियों को ऐसे छात्र देता आ रहा है जो हर क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं.
 

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