क्या होगा यदि 15 दिन तक रोज 3-4 गिलास पानी पिएंगे? किडनी पर होगा ऐसा असर

सर्दियों में पानी की कमी से शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या बढ़ जाती है, जिससे किडनी पर गंभीर असर पड़ता है. कम पानी पीने से Acute Kidney Injury, किडनी स्टोन, यूरिन ट्रैक्ट इन्फेक्शन और क्रॉनिक किडनी डिजीज का खतरा बढ़ जाता है.

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कम पानी पीने से किडनी को नुकसान होता है. (Photo-Vector Image/FreePic) कम पानी पीने से किडनी को नुकसान होता है. (Photo-Vector Image/FreePic)

आजतक हेल्थ डेस्क

  • नई दिल्ली,
  • 28 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 7:00 PM IST

सर्दियों का मौसम आ चुका है और ठंड के कारण अक्सर लोगों की प्यास कम हो जाती है. इस कारण लोग काफी कम पानी पीते हैं और कई लोग तो दिन भर में सिर्फ 3-4 गिलास (1 से 1.5 लीटर) पानी ही पीते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं ऐसा करना आपकी किडनियों के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है. आपको ये जानना काफी जरूरी है कि पानी सिर्फ प्यास बुझाने का साधन नहीं, बल्कि शरीर की हर सिस्टम को चलाने वाला सबसे जरूरी ईंधन है, खासकर किडनी के लिए भी. किडनी का काम है शरीर के टॉक्सिन्स को फिल्टर करना और इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बनाए रखना लेकिन जब कोई पानी नहीं पीता को सिस्टम बिगड़ जाता है. यदि कोई कम पानी पीता है तो उसके शरीर को अंदर से क्या नुकसान हो सकते हैं ये भी जानना काफी जरूरी है.

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डिहाइड्रेशन की शिकायत

पानी कम पीने से आपकी बॉडी लगातार डिहाइड्रेट रहेही और उससे 'Acute Kidney Injury' (AKI) का खतरा तेजी से बढ़ता है. इस स्थिति में किडनी तक पहुंचने वाला ब्लड फ्लो कम हो जाता है जिससे टॉक्सिन्स शरीर में जमा होने लगते हैं. यह जमा हुए टॉक्सिन्स धीरे-धीरे शरीर को अंदर से जहर की तरह प्रभावित करते हैं और नेगेटिव असर डालने लगते हैं.

इसके साथ ही इलेक्ट्रोलाइट्स जैसे सोडियम और पोटैशियम का संतुलन बिगड़ जाता है जिससे चक्कर, कमजोरी, मांसपेशियों में ऐंठन, दिल की धड़कनें अनियमित होना और गंभीर मामलों में बेहोशी तक हो सकती है.

किडनी स्टोन का जोखिम

पानी की कमी से किडनी स्टोन्स बनने की संभावना भी कई गुना बढ़ जाती है क्योंकि शरीर में मिनरल्स क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगते हैं. इसके अलावा यूरीन ट्रैक्ट इन्फेक्शन होने की संभावना भी बढ़ जाती है जो महिलाओं और बुजुर्गों में और भी गंभीर परिणाम दे सकता है. लंबे समय तक डिहाइड्रेशन रहने पर किडनी की कोशिकाएं स्थायी रूप से क्षतिग्रस्त हो सकती हैं जिससे क्रॉनिक किडनी डिजीज (CKD) का खतरा बढ़ जाता है.

पेशाब की कमी

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जब पानी पीते हैं तो यूरिन का आउटकम बेहद कम हो जाएगा क्यों कि किडनी को पानी नहीं मिलेगा. ऐसा करने पर पेशाब का रंग गहरा पीला/भूरा हो जाएगा, पेशाब की मात्रा कम हो जाएगी या फिर पेशाब में जलन भी महसूस होगी. कभी-कभी पेशाब आना बंद भी हो सकता है जो किडनी फेलियर का संकेत है.

थकान और कंफ्यूजन

ब्रेन को भी पानी की जरूरत होती है और यदि आप उसे पर्याप्त पानी नहीं देंगे तो थकान और कंफ्यूजन की स्थिति बनेगी और चक्कर आना, ध्यान न लगना, चिड़चिड़ापन और बेहोशी जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

कितना पानी पिएं?

सामान्य वयस्क के लिए कम-से-कम 2–2.5 लीटर पानी प्रति दिन पीना चाहिए. वेदर, एक्टिविटी और हेल्थ के अनुसार पानी की मात्रा थोड़ी कम या ज्यादा हो सकती है.

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