समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और बीजेपी उम्मीदवार और भोजपुरी सुपरस्टार दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ के बीच चुनावी टक्कर ने आजमगढ़ सीट को सुर्खियों में ला दिया है. 12 मई को यहां वोट डाले जाएंगे. सोशल मीडिया से लेकर जमीन स्तर पर खूब प्रचार हो रहा है. यहां प्रचार के लिए लोग तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं. बीजेपी का समर्थन करने वाले फेसबुक पेजों पर कुछ तस्वीरों के जरिए ये दावा किया जा रहा है कि आजमगढ़ में बीजेपी की रैली में जबरदस्त जनसैलाब उमड़ा.
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम (AFWA) ने अपनी जांच में पाया कि दरअसल ये तस्वीरें आज़मगढ़ रैली की नहीं, बल्कि ओडिशा के बारीपदा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा की हैं.
सोशल मीडिया पेज ‘मैं भी चौकीदार’ पर 1 मई को दो तस्वीरें पोस्ट की गई और साथ ही लिखा गया 'बीजेपी की रैली #आजमगढ़'
इस पोस्ट को स्टोरी के लिखे जाने तक करीब 3000 फेसबुक यूजर शेयर कर चुके हैं. पोस्ट पर कमेंट करने वाले भाजपा की तारीफ करते नजर आ रहे हैं.
इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्ज़न यहां देखा जा सकता है.
इसी तरह ‘अमित शाह फैन्स टीम’ नाम के फेसबुक पेज ने भी इन्हीं दोनों तस्वीरों को इसी दावे के साथ 2 मई को पोस्ट किया था. इस पोस्ट को भी स्टोरी के लिखे जाने तक 188 फेसबुक यूज़र ने शेयर किया है. इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्ज़न यहां देखा जा सकता है.
AFWA ने इन दोनों तस्वीरों को रिवर्स सर्च किया तो पता चला कि दरअसल ये तस्वीरें ओडिशा के बारीपदा रैली की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल 5 जनवरी को यहां एक रैली की थी. खुद पीएम के ट्विटर हैंडल से इन दोनों तस्वीरों के अलावा दो और फोटो ट्वीट किये गये थे जिसे यहां देखा जा सकता है.
साफ है भीड़ दिखाने और भ्रम फैलाने के इरादे से इन तस्वीरों का गलत इस्तेमाल किया गया.
विद्या / समीर चटर्जी