अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में मेयर पद पर ऐतिहासिक जीत दर्ज कर जोहरान ममदानी वहां के पहले मुस्लिम मेयर बने. सोशल मीडिया पर अब एक वीडियो के जरिये दावा किया जा रहा है कि ममदानी की जीत के बाद जश्न मनाते हुए उनके समर्थकों ने अमेरिका के झंडे तक फाड़ दिए. वीडियो में एक शख्स किसी खंबे पर चढ़कर उस पर लगे अमेरिकी झंडे निकाल कर फेंकता दिखता है.
कुछ लोगों का तो ये भी कहना है कि झंडे फाड़ रहे ये लोग मुस्लिम हैं जो ममदानी की जीत के बाद बेकाबू हो गए हैं. वीडियो को फेसबुक पर शेयर करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, “NEW YORK में ‘शेख ज़हराना अल-मदानी’ साहब ने मेयर बनते ही डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिए. अब न्यूयॉर्क शहर में मुसलमान भाई अमेरिकी झंडे फाड़ रहे हैं. मुझे ऐसा लग रहा है कि इस्लाम अमेरिका को उखाड़ फेंकेगा और शरिया कानून के तहत एक और इस्लामी देश में बदल देगा.”
ऐसे ही एक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
हालांकि आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो नवंबर 2023 का है जब न्यूयॉर्क में फिलिस्तीन समर्थकों के प्रदर्शन के दौरान एक शख्स ने खंबे पर चढ़कर अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र संघ के झंडे फेंक दिए थे.
कैसे पता की सच्चाई?
वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये नवंबर 2023 के एक एक्स पोस्ट में मिला. इतनी बात तो यहीं साफ हो जाती है कि ये वीडियो काफी पुराना है जबकि जोहरान ममदानी 4 नवंबर, 2025 को न्यूयॉर्क सिटी के मेयर चुने गए थे.
इस वीडियो को टाइम्स ऑफ इंडिया की 12 नवंबर, 2023 की वीडियो रिपोर्ट में भी देखा जा सकता है. डिसक्रिप्शन में बताया गया है कि वीडियो में दिख रहे लोग फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारी हैं जिन्होंने न्यूयॉर्क में वेटेरन्स डे के मौके पर अमेरिका के झंडे फाड़े थे.
इस जानकारी के साथ सर्च करने पर हमें कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं जिनमें वीडियो के स्क्रीनशॉट्स देखे जा सकते हैं. फॉक्स न्यूज की 11 नवंबर, 2023 की रिपोर्ट के मुताबिक फिलिस्तीन समर्थकों के प्रदर्शन की वजह से न्यूयॉर्क के ग्रैंड सेंट्रल टर्मिनल पर सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी गई थीं क्योंकि प्रदर्शनकारी स्टेशन के अंदर घुसने की कोशिश कर रहे थे.
इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो का लंबा वर्जन भी मौजूद है. इसमें देखा जा सकता है कि कुछ पुलिसवाले झंडा फाड़ रहे शख्स को पकड़कर हिरासत में ले लेते हैं.
साफ है कि 2023 के पुराने वीडियो को जोहरान ममदानी की जीत के बाद उनके समर्थकों के जश्न का बताकर झूठ फैलाया जा रहा है.
रिपोर्ट: अभिषेक पाठक
फैक्ट चेक ब्यूरो