फैक्ट चेक: मुस्लिम महिला ने अपने धर्म की लड़कियों को दी हिंदू लड़कों से शादी की सलाह? फर्जी है ये ट्वीट

वाराणसी की एक संस्था ‘मुस्लिम महिला फाउंडेशन’ की राष्ट्रीय अध्यक्ष नाजनीन अंसारी के नाम से एक ट्वीट वायरल हो रहा है जिसमें मुस्लिम लड़कियों को हिंदू लड़कों से शादी करने की सलाह दी गई है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
‘मुस्लिम महिला फाउंडेशन’ की राष्ट्रीय अध्यक्ष नाजनीन अंसारी ने एक ट्वीट के जरिए मुस्लिम लड़कियों को हिंदू लड़कों से शादी करने की सलाह दी.
सच्चाई
‘@RambhaktNaznin’ नाम के जिस ट्विटर अकाउंट से ये ट्वीट किया गया था, वो नाजनीन का असली अकाउंट नहीं है. उनका असली अकाउंट ‘@RamBhaktNazneen’ है.

ज्योति द्विवेदी

  • नई दिल्ली ,
  • 05 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 10:46 PM IST

हाल ही में बॉलीवुड सुपरस्टार आमिर खान और उनकी पत्नी किरण राव ने अपने तलाक की घोषणा की तो कई लोग इसे लव जिहाद के एंगल से जोड़ने लगे. #लवजिहाद पिछले काफी समय से सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है.  

इस बीच वाराणसी की एक संस्था ‘मुस्लिम महिला फाउंडेशन’ की राष्ट्रीय अध्यक्ष नाजनीन अंसारी के नाम से एक ट्वीट वायरल हो रहा है जिसमें मुस्लिम लड़कियों को हिंदू लड़कों से शादी करने की सलाह दी गई है. ट्वीट में कहा गया है कि ऐसा करने से वो बुर्का पहनने और ट्रिपल तलाक जैसी रूढ़ियों से बच जाएंगी और उन्हें देवी का दर्जा मिलेगा. 

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इस वायरल ट्वीट में लिखा है, “मैं सभी मुस्लिम लड़कियों से निवेदन करती हूं की हिंदू लड़को से शादी करे. देवी माना जाएगा, बच्चा पैदा करने की मशीन नहीं. खुली हवा मिलेगी, बुर्के में कैद नहीं. सात जन्मों का साथ मिलेगा कोई तीन तलाक नहीं.” 

एक फेसबुक यूजर ने इस ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा, “नाज़नीन अंसारी आपको बहुत-बहुत धन्यवाद जो आपने मुस्लिम होकर यह सच्चाई लोगों से शेयर की.” 

इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है. 

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि मुस्लिम लड़कियों को हिंदू लड़कों से शादी करने का सुझाव देने वाला ट्वीट ‘@RambhaktNaznin’ नाम के जिस ट्विटर अकाउंट से किया गया है, वो नाजनीन का असली ट्विटर अकाउंट नहीं है. नाजनीन ने हमें बताया कि उनका एकमात्र असली ट्विटर अकाउंट ‘@RamBhaktNazneen’ है . 

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‘@RambhaktNaznin’ के अलावा ‘@iNazneenAnsari’ नामक एक अन्य ट्विटर अकाउंट से किए गए ट्वीट भी नाजनीन के नाम से वायरल हो रहे हैं. 

आइए एक-एक करके इन दोनों अकाउंट्स की हकीकत जानते हैं. 

1.‘@RambhaktNaznin’   

जब हमने इस अकाउंट को ट्विटर पर खोजने की कोशिश की, तो हमें पता लगा कि ये अब डिलीट हो चुका है. 

हमें इस अकाउंट का एक कैश्ड वर्जन मिला, जिसे देखकर पता लगता है कि ये अकाउंट पिछले महीने ही बनाया गया था. इसके ‘बायो सेक्शन’ में दावा किया गया था कि ये ‘मुस्लिम महिला फाउंडेशन’ की अध्यक्ष नाजनीन अंसारी का ट्विटर अकाउंट है. कैश्ड वर्जन में इस अकाउंट का सिर्फ एक ही ट्वीट दिख रहा है, जिसमें मुस्लिम लड़कियों को हिंदू लड़कों से शादी करने की सलाह दी गई है. 

फर्जी अकाउंट बनाने वाले अकसर किसी एक खास मकसद से अकाउंट बनाते हैं और फिर उसे डिलीट कर देते हैं. इस अकाउंट को देखकर भी ऐसा ही लगता है.   

2.‘@iNazneenAnsari’ 

खबर लिखे जाने तक ये अकाउंट चालू था. इसके ‘बायो सेक्शन’ में भी लिखा है कि ये ‘मुस्लिम महिला फाउंडेशन’ की अध्यक्ष नाजनीन अंसारी का ट्विटर अकाउंट है. साथ ही, इस अकाउंट को बारीकी से देखने पर दो बहुत ही दिलचस्प बात सामने आईं. पहली बात, इस अकाउंट ‘@iNazneenAnsari’ और डिलीट हो चुके अकाउंट ‘@RambhaktNaznin’ दोनों के बायो-सेक्शन में हू-ब-हू एक ही वाक्य लिखा गया है. दूसरी बात, ‘@RambhaktNaznin’ की ही तरह ये अकाउंट भी पिछले महीने ही बनाया गया था. 

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यानी, ऐसा हो सकता है कि नाजनीन अंसारी के नाम पर इन दोनों फर्जी ट्विटर अकाउंट्स को बनाने वाले आपस में जुड़े हों, या इन्हें किसी एक ही व्यक्ति ने बनाया हो.

नाजनीन ने अपने असली ट्विटर अकाउंट ‘@RamBhaktNazneen’ के जरिए लोगों को अपने नाम से चलाए जा रहे फर्जी ट्विटर अकाउंट को लेकर सतर्क किया है. 

नाजनीन अंसारी वाराणसी की सामाजिक कार्यकर्ता हैं. उन्होंने तीन तलाक और अनुच्छेद 370 के विरोध में अभियान चलाया था. ‘दैनिक जागरण’ की एक रिपोर्ट मुताबिक नाजनीन ने रामचरित मानस, हनुमान चालीसा, दुर्गा चालीसा और शिव चालीसा का उर्दू में अनुवाद किया था. उनका नाम देशभर की उन 100 महिलाओं में शामिल था, जिन्हें साल 2016 में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य के लिए राष्ट्रपति भवन, दिल्ली बुलाकर सम्मानित किया गया था. 

यानी साफ है कि नाजनीन के नाम पर बने फर्जी ट्विटर अकाउंट से किए गए विवादास्पद ट्वीट के जरिये भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है.

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