फैक्ट चेक: नहीं, सेना के जवानों ने नहीं लगाए 'चौकीदार चोर है' के नारे

जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं सोशल मीडिया पर तरह तरह की फर्जी खबरें वायरल हो रही हैं. पिछले कुछ दिनों से एक वीडियो फेसबुक पर बड़े पैमाने पर शेयर किया जा रहा है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
सेना के जवान भी नारा लगा रहे हैं "चौकीदार चोर है"
सच्चाई
बस में मौजूद एक भी जवान या पुलिसकर्मी "चौकीदार चोर है" या कोई भी नारा लगाता दिखाई नहीं दे रहा

अमनप्रीत कौर

  • नई दिल्ली,
  • 14 मार्च 2019,
  • अपडेटेड 9:26 AM IST

जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं सोशल मीडिया पर तरह तरह की फर्जी खबरें वायरल हो रही हैं. पिछले कुछ दिनों से एक वीडियो फेसबुक पर बड़े पैमाने पर शेयर किया जा रहा है. वीडियो में एक बस में कुछ पुलिस वाले और कुछ जवान नजर आ रहे हैं, साथ ही "चौकीदार चोर है" के नारे सुनाई दे रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि ये नारे बस में मौजूद सेना के जवान लगा रहे हैं.

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पोस्ट का अर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है. इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पड़ताल में पाया कि वायरल हो रहा वीडियो भ्रामक है. बस में मौजूद जवानों ने ये नारे नहीं लगाए.

फेसबुक पेज "डेली इंडिया" ने ये वीडियो अपलोड करते हुए कैप्शन में लिखा: "अब सेना भी लगाने लगी नारा चौकीदार ही चोर है." खबर लिखे जाने तक ये पोस्ट 18000 से ज्यादा बार शेयर की जा चुकी थी. दो मिनट 51 सेकंड के इस वीडियो में एक बस में कुछ आम नागरिक, पुलिस कर्मी और जवान नजर आ रहे हैं. वहीं इस बस में "चौकीदार चोर है" के नारे सुनाई दे रहे हैं.

फेसबुक पेज "Indian Muslim Voice" और यूजर "Lekhraj Jarwal"   ने भी ये वीडियो इसी क्लेम के साथ शेयर किया है.

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दावे का सच जानने के लिए पड़ताल शुरू की गई तो वीडियो को ध्यान से देखने और सुनने पर ही बहुत से तथ्य सामने आ गए. बस में मौजूद जवानों की वर्दी और उनकी टोपी पर मौजूद एम्बलम के आधार पर ये कहा जा सकता है कि ये रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के कॉन्स्टेबल हैं.

रैपिड एक्शन फोर्स, केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) का स्पेशलाइज्ड विंग है, जिसे दंगों के समय या भीड़ को कंट्रोल करने के लिए तैनात किया जाता है. पूरे वीडियो में कहीं भी कोई पुलिस कर्मी या आरएएफ कॉन्स्टेबल किसी तरह का नारा लगाता नजर नहीं आता.

वीडियो में एक मिनट 33 सेकंड पर आरएएफ कॉस्टेबल के पास बैठा व्यक्ति नारा लगाता दिख रहा है. उसके आगे बैठे व्यक्ति के हाथ में एक पोस्टर भी दिखाई दे रहा है, जबकि उसके पास खड़ा व्यक्ति बस ​की खिड़की से बाहर झांकता नजर आ रहा है. पोस्टर और इन नारों से ऐसा अंदाजा लगाया जा सकता है कि पुलिस इन लोगों को किसी विरोध प्रदर्शन से गिरफ्तार कर बस से ले जा रही है.

वहीं वीडियो में दो मिनट चार सेकेंड पर पुलिसकर्मियों के आगे की तरफ कुछ लोगों की भीड़ देखी जा सकती है और उनमें से भी कुछ लोग हाथ ऊपर कर नारे का जवाब देते दिख रहे हैं, जबकि कुछ लोग मोबाइल पर वीडियो बनाते दिख रहे हैं.

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वीडियो में मौजूद पुलिसकर्मी की वर्दी पर लोगो दिखाई दे रहा है. ये लोगो बहुत स्पष्ट तो नजर नहीं आ रहा, लेकिन ये दिल्ली पुलिस के लोगो से मेल खाता दिख रहा है. हालांकि बस में मौजूद पुलिसकर्मी दिल्ली पुलिस का ही है ये पुष्टि नहीं हो सकी.

वहीं बस में एक नारा  "दिल्ली वाले बोलें चोर है...चौकीदार चोर है..." भी सुनाई देता है, जिससे अनुमान लगाया जा सकता है कि ये वीडियो दिल्ली का हो सकता है. हालांकि ये वीडियो कब और कहां शूट किया गया है इसकी जानकारी नहीं मिल सकी. जानकारी मिलते ही इस खबर को अपडेट कर दिया जाएगा.

पड़ताल में ये स्पष्ट हुआ कि जवानों ने बस में ‘चौकीदार चोर है’ के नारे नहीं लगाए.

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