फैक्ट चेक: भारतीय जवानों का टॉर्चर बताकर बांग्लादेशी सेना की ट्रेनिंग का वीडियो वायरल

कुछ जवानों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ जवानों को रस्सी से बांधा गया है, उनके मुंह भी बांध दिए गए हैं. इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि लद्दाख में चीन के सैनिकों ने भारतीय सैनिकों को इस तरह यातना दी.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
भारतीय जवानों को यातना देते हुए चीनी सैनिकों का वीडियो.
सच्चाई
वायरल वीडियो बांग्लादेशी सैनिकों की ट्रेनिंग का है. इसका भारत-चीन तनाव से कोई संबंध नहीं है.

ज्योति द्विवेदी

  • नई दिल्ली,
  • 29 जून 2020,
  • अपडेटेड 2:52 PM IST

भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव के बीच कुछ जवानों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ जवानों को रस्सी से बांधा गया है, उनके मुंह भी बांध दिए गए हैं. इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि लद्दाख में चीन के सैनिकों ने भारतीय सैनिकों को इस तरह यातना दी.

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दस से​केंड के इस वीडियो क्लिप में देखा जा सकता है कि कुछ जवान जमीन पर औंधे मुंह पड़े हुए हैं. उनके हाथ, पैर, गर्दन को रस्सियों से बांधा गया है. कुछ अन्य जवान उनके पीछे खड़े होकर उनको बंधी हुई रस्सियों से खींच रहे हैं.

फेसबुक पेज “JK Times” ने इस वीडियो को शेयर करते हुए उर्दू में कैप्शन लिखा है, जिसका हिंदी में अर्थ कुछ इस तरह होगा, “लद्दाख में चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय जवानों को इस तरह अपमानित किया... जितना शेयर कर सकते हैं शेयर कीजिए”.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि यह वीडियो करीब आठ महीने पुराना है और बांग्लादेशी सैनिकों की ट्रेनिंग का है.

स्टोरी लिखे जाने तक इस वीडियो को करीब 80,000 बार देखा गया है और 5,000 से ज्यादा बार शेयर किया गया है. पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

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ट्विटर यूजर “Imran Khan ” ने भी इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “लद्दाख में हारी भारतीय सेना चीनी सेना द्वारा पीटे जाने के बाद का वीडियो.”

AFWA की पड़ताल

वीडियो को देखकर कई ऐसे संकेत मिलते हैं जिससे लगता है कि यह वीडियो किसी यातना का नहीं है. जैसे- वीडियो के बैकग्राउंट में बज रहा म्युजिक और रस्सी से बंधे हुए जवानों का प्रतिरोध न करना. इसके अलावा पूरी गतिविधि को बेहद व्यवस्थित तरीके से अंजाम दिया जा रहा है.

सर्च करने पर हमने पाया कि एक टिकटॉक यूजर ने यह वीडियो 21 अप्रैल को शेयर किया है, जबकि मौजूदा भारत-चीन तनाव पिछले महीने से ही शुरू हुआ है.

कीवर्ड्स सर्च की मदद से हमें इसी वीडियो का एक लंबा वर्जन मिला, जिसे एक यूट्यूब चैनल पर पिछले साल अक्टूबर में अपलोड किया गया था. इसके साथ कैप्शन में लिखा है, “बांग्लादेशी सेना की मुश्किल ट्रेनिंग.”

वायरल वीडियो के बैकग्राउंड में Xeyale Tovuzlu का तुर्की गाना "Derdim" बज रहा है, लेकिन असली वीडियो में सैनिकों को बंगाली में बातचीत करते हुए सुना जा सकता है. इसके अलावा असली वीडियो में कुछ अन्य सैनिक जमीन पर लेटे हुए दिखते हैं ​जो मु​स्कुरा रहे हैं.

यह सच है कि 15 जून को गलवान घाटी में हुई खूनी झड़प के दौरान चीनी सेना ने कुछ भारतीय जवानों को पकड़ लिया था, लेकिन उन्हें बाद में रिहा कर दिया गया. चीनी सैनिकों की ओर से भारतीय सैनिकों को यातना देने की कोई रिपोर्ट नहीं आई है. वायरल वीडियो बांग्लादेशी सैनिकों की ट्रेनिंग का है. भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव से इसका कोई संबंध नहीं है.

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