क्या दिल्ली के चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी पैसे देकर दिहाड़ी मजदूरों को ला रही है?
इस समय एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में कुछ लोग आम आदमी पार्टी (आप) की टी-शर्ट और टोपी पहने हुए हैं और अपने आप को दिहाड़ी मजदूर बता रहे हैं. वीडियो में लोगों को कहते हुए सुना जा सकता कि 350 रुपये की दिहाड़ी मजदूरी पर उन्हें लाया गया था लेकिन अब उन्हें पैसे देने में टालमटोल की जा रही है.
वीडियो के साथ किए गए दावे के जरिये दर्शाने की कोशिश की गई है कि दिल्ली में आप के कार्यकर्ता पार्टी छोड़ कर चले गए हैं इसलिए बाहर से मजदूरों को कार्यकर्ता बनाकर रैलियों में लाया जा रहा है.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है. वायरल वीडियो हरियाणा के हिसार में मार्च 2018 में हुई अरविंद केजरीवाल की एक रैली का है. इसका दिल्ली से कोई लेना-देना नहीं है.
India Speaks Daily नाम के एक फेसबुक पेज ने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा कि धीरे-धीरे केजरीवाल के साथ से दिल्ली फिसलती जा रही है. दिल्ली के कार्यकर्ता तक केजरीवाल को छोड़कर जा रहे हैं. बाहर से दिहाड़ी मजदूरों को कार्यकर्ता बनाकर लाया जा रहा है. न्यूज चैनल के डिबेट में भी न्यूज-फिक्सिंग कर, जनता की जगह पेड कार्यकर्त्ताओं को खड़ा किया जा रहा है, ताकि भ्रम बना रहे!
खबर लिखे जाने तक यह वीडियो 7700 से ज्यादा बार देखा जा चुका है. पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
वायरल वीडियो को InVID टूल की मदद से रिवर्स सर्च करने पर हमें inkhabar और आजतक के न्यूज आर्टिकल्स मिले, जिनमें वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट्स का इस्तेमाल किया गया था. ये न्यूज आर्टिकल्स 26 मार्च 2018 को प्रकाशित हुए थे.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 25 मार्च 2018 को हरियाणा के हिसार में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ‘हरियाणा बचाओ रैली’ का आयोजन किया था. इस रैली के बाद से यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा और दावा किया गया कि 'आप' लोगों को पैसे देकर रैली में बुलाती है. लेकिन उस समय ‘आप’ ने सारे आरोपों को खारिज कर इस वीडियो को बीजेपी की साजिश करार दिया था.
इस मामले को लेकर न्यूज एजेंसी ANI ने भी इसी तरह का एक और वीडियो ट्वीट किया था.
दरअसल, अक्टूबर 2019 में हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने थे और इसी रैली के दौरान अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा में सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था.
सोशल मीडिया पर इस बात को लेकर तमाम दावे किए जा रहे हैं कि आम आदमी पार्टी अपनी रैली में आए लोगों को पैसे बांटती है. इन आरोपों में कितनी सच्चाई है, इसके बारे में हमारे पास कोई पुख्ता जानकारी नहीं है.
हमारी पड़ताल में यह साफ हुआ कि वायरल वीडियो हरियाणा के हिसार का है और करीब दो साल पुराना है. दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव से इसका कोई लेना-देना नहीं है.
फैक्ट चेक ब्यूरो