फैक्ट चेक: चंदौली में नहीं हुई EVM की चोरी, बेबुनियाद है हंगामा

इंडिया टुडे ने चंदौली के हंगामे की जानकारी के लिए इंटरनेट पर सर्च किया तो देखा कि दरअसल चंदौली में ये हंगामा तब शुरू हुआ था जब ईवीएम से लदी एक गाड़ी सोमवार शाम जिला मुख्यालय स्थित नवीन मंडी परिसर में पहुंची थी. अखबारों में छपी खबर के मुताबिक सकलडीहा तहसील में ईवीएम रिजर्व में रखी गई थी, जिन्हें चुनाव पूरे होने के बाद मंडी परिसर लाकर स्ट्रॉन्ग रूम में जमा किया जा रहा था.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
चंदौली में बीजेपी के कार्यकर्ता ईवीएम की चोरी करते हुए पकड़े गए.
सच्चाई
चंदौली में ईवीएम की कोई चोरी नहीं हुई.

विद्या

  • नई दिल्ली,
  • 21 मई 2019,
  • अपडेटेड 9:20 PM IST

23 मई को वोटों की गिनती से पहले सोशल मीडिया पर ईवीएम की हेराफेरी का दावा करने वाले फोटो और वीडियो की बाढ़ सी आ गई है. उत्तर प्रदेश के चंदौली में सोमवार शाम खूब हंगामा हुआ जो देर रात तक चलता रहा. कई लोगों ने इस हंगामे का वीडियो लिया और सोशल मीडिया पर अपलोड किया.

सोशल मीडिया की इस पोस्ट में वीडियो के साथ दावा किया गया कि बीजेपी के कार्यकर्ता ईवीएम की चोरी करते पकड़े गए हैं. इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने अपनी पड़ताल में पाया कि ये दावा गलत है. चुनाव आयोग ने भी ये साफ किया है कि हंगामे की वजह बेबुनियाद है.

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फेसबुक पर सोमवार देर शाम और मंगलवार सुबह कई लोगों ने चंदौली का एक वीडियो अपलोड किया. इस वीडियो में भारी भीड़ ईवीएम को लेकर कुछ बातें कर रही है और हंगामा मचा हुआ है. फेसबुक पेज ‘जनशक्ति समाचार’ ने भी यही वीडियो अपलोड कर कहा, “अभी-अभी चंदौली में भाजपाई EVM चोरी करते पकड़े गए? EVM की रखवाली करते रहो जागते रहो.” इस पोस्ट को स्टोरी के लिखे जाने तक 11,000 से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है.

इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्ज़न यहां देखा जा सकता है.

फेसबुक पर ‘प्रियंका गांधी वाड्रा’ नाम के पेज पर भी यही वीडियो अपलोड किया गया और साथ ही पोस्ट में लिखा गया, “चंदौली में भाजपाई EVM चोरी करते हुए पकड़े गए.” इस पोस्ट को स्टोरी के लिखे जाने तक हज़ार से ज्यादा लोगों ने शेयर किया.

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इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्ज़न यहां देखा जा सकता है.

इंडिया टुडे ने चंदौली के हंगामे की जानकारी के लिए इंटरनेट पर सर्च किया तो देखा कि दरअसल चंदौली में ये हंगामा तब शुरू हुआ था जब ईवीएम से लदी एक गाड़ी सोमवार शाम जिला मुख्यालय स्थित नवीन मंडी परिसर में पहुंची थी. अखबारों में छपी खबर के मुताबिक सकलडीहा तहसील में ईवीएम रिजर्व में रखी गई थी, जिन्हें चुनाव पूरे होने के बाद मंडी परिसर लाकर स्ट्रॉन्ग रूम में जमा किया जा रहा था.

विपक्षी नेता और विधायक प्रभु नारायण यादव ने प्रशासन पर ईवीएम बदलने के आरोप लगाया और धरने पर बैठ गए. इस मुद्दे पर पूरी खबर यहां पढ़ी जा सकती है. वायरल वीडियो में प्रभु नारायण यादव भी देखे जा सकते हैं.

वहीं चुनाव आयोग ने साफ किया है कि इस मामले में किसी तरह से ईवीएम की अदला बदली नहीं हुई है. चुनाव आयोग की प्रवक्ता शेफाली शरन ने ट्वीट कर ये जानकारी दी है, जिसे यहां देखा जा सकता है. चंदौली जिलाधिकारी ने इस मामले की जानकारी देते हुए लखनऊ के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को एक पत्र भी लिखा था, जिसे शरन ने ट्वीट किया है.

इस पत्र में लिखा है कि “मतदान की समाप्ति के बाद दिनांक 20-5-2019 को संवीक्षा आदि की कार्यवाही सम्पन्न होने के बाद सहायक रिटर्निंग अफ़सर द्वारा इन मशीनों को तहसील सकलडीहा स्थित अस्थायी स्ट्रांग रूम से परिवहन कर नवीन कृषि उत्पादन मंडी समिति चंदौली स्थिति अतिरिक्त आवंटित स्ट्रांग रूम संख्या-9 में रखने हेतु लाया गया था, सभी राजनैतिक दलों के उक्त कक्ष संख्या में अप्रयुक्त मशीनें रखे जाने की सूचना पूर्व में ही दी गयी थी (प्रतिलिपि संलग्न है).” चंदौली जिलाधिकारी के मुताबिक रिजर्व ईवीएम मशीनों को इसी प्रक्रिया के तहत स्ट्रांग रूम में रखा जाता है.

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अखबार में छपी खबरों के मुताबिक, चंदौली में मामला तब थमा जब इलाके के अधिकारियों ने बाहर से आई ईवीएम को दूसरी जगह पर रखा. इसको लेकर खबरें यहां पढ़ी जा सकती हैं.

ज़ाहिर है कि रिजर्व ईवीएम के स्ट्रांग रूम में रखे जाने पर चंदौली में हंगामा हुआ था, ईवीएम की चोरी का कोई मामला सामने नहीं आया.

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