महाराष्ट्र के पुणे, कोल्हापुर, सतारा, सांगली जैसे ज़िले और साथ में सटे गोवा के कई इलाके भारी बाढ़ की चपेट में हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. ऐसा ही एक वीडियो वायरल है, जिसमें एक बांध से पानी छोड़ा जा रहा है. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि ये पुणे के पास पावना बांध का है.
पुणे के पावना बांध का वीडियो झूठा
फेसबुक यूजर सतीश पाठक ने 14 सेकेंड का वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि पावना डैम के दरवाज़े खोल दिए गए. पानी काफी मटमैला है और इस वीडियो पर मराठी में पावनाधरण लिखा हुआ है जिसका मतलब है पावना बांध. इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्ज़न यहां देखा जा सकता है.
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम ने पाया कि ये दावा गलत है. दरअसल वायरल हो रहा वीडियो पुराना है और चीन की येलो नदी का है. फेसबुक और कई अलग-अलग सोशल मीडिया साइट्स पर इन्हीं दावों के साथ इस पोस्ट को कई लोगों ने शेयर किया है.
वीडियो की जांच
जब हमने इस वीडियो का रिवर्स सर्च किया तो पाया कि दरअसल ये वीडियो चीन की येलो नदी का है. इंटरनेट पर येलो नदी पर बने शियाओलंगडी बांध के कई वीडियो इंटरनेट पर मौजूद हैं.
दरअसल चीन के हेनान प्रांत में जियाउआन में शियाओलंगडी बांध है और हमें एक वीडियो, यूट्यूब पर मिला जिसमें वायरल हो रहे वीडियो का हिस्सा भी दिख रहा है.
दरअसल इस नदी को ह्वैंगहो नदी भी कहा जाता है. ये वीडियो नवम्बर 2018 को अपलोड किया गया था. इस नदी में पीली मिट्टी काफी होती है जिससे इस नदी को पीला रंग मिलता है। वायरल वीडियो में भी मटमैला पीला रंग देखा जा सकता है.
निष्कर्ष
वीडियो की जांच से साफ है कि ये पुणे का नहीं बल्कि चीन का है और वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है.
विद्या