अकरम को याद है 1987 की होली, बोले- तीन महीने तक बालों से टपका था कलर

भारत में होली खेलने को एकयादगार बताते हुए अकरम ने कहा कि मैच की आखिरी बॉल तक दोनों टीमें एक-दूसरे से कड़ी प्रतिस्पर्धा रखते हैं.

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राहुल मिश्र

  • दुबई,
  • 17 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 6:12 PM IST

पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर कप्तान वसीम अकरम ने 'सलाम क्रिकेट 2018' के मंच पर 1987 के भारत दौर के दौरान देश में होली खेलने की बात को साझा किया. पूर्व भारतीय टेस्ट कप्तान सुनील गावस्कर की मौजूदगी में अकरम ने भारतीय खिलाड़ियों के साथ मजबूत बॉन्ड होने की बात कही. वसीम ने कहा कि दिनभर मैच के दौरान लड़ाई-झगड़े के बाद मैदान के इतर दोनों देशों के खिलाड़ियों में अच्छी दोस्ती थी.

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अकरम की बात से इत्तेफाक रखते हुए सुनील गावस्कर ने कहा कि अकरम ने पाकिस्तान को भारत के लिए कई महत्वपूर्ण जीत दिलाई है. गावस्कर ने कहा कि जब अकरम बॉल के साथ रन-अप पर और उनके सामने कोई भारतीय स्टार बैट्समैन होता था, तब स्टेडियम में मौजूद भारतीय फैन को विकेट गंवाने का डर रहता था. गावस्कर ने कहा कि अकरम के रिटायरमेंट के बाद वह भारतीय फैन्स के चहेते बन गए. यहां तक कि अकरम ने आईपीएल के लिए कोलकाता नाइट राइडर्स जैसी टीम को बॉलिंग के लिए तैयार करने का काम किया.

भारत में होली खेलने को यादगार बताते हुए अकरम ने कहा कि मैच की आखिरी बॉल तक दोनों टीमें एक-दूसरे से कड़ी प्रतिस्पर्धा रखते हैं. 1987 के भारत दौरे पर जावेद मियांदाद और दिलीप वेंगसरकर के बीच तीखी खींचतान देखने को मिली थी, लेकिन मैच के बाद खिलाड़ियों में बेहद अच्छी दोस्ती भी देखी.

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अकरम ने भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट के रोमांच की खूबसूरती को बयां किया. उन्होंने अपने क्रिकेट करियर के उस हाइलाइट को शेयर किया, जब 1987 के भारत दौरे पर पाकिस्तान की टीम ने बेंगलुरु में होली सेलीब्रेट किया था. सबसे बढ़कर, तीन महीने तक रंग ही नहीं गया बाल से, जब नहाते थे तो काला-काला गिरता था.

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