Mind Rocks18: परमीश ने बताया अपना संघर्ष, बार में करते थे ये काम

इंडिया टुडे माइंड रॉक्स 2018 में म्यूजिक आर्टिस्ट परमीश वर्मा ने शिरकत की.

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परमीश वर्मा परमीश वर्मा

महेन्द्र गुप्ता

  • नई दिल्ली,
  • 15 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 9:23 PM IST

इंडिया टुडे माइंड रॉक्स 2018 में म्यूजिक आर्टिस्ट परमीश वर्मा ने शिरकत की. इस दौरान परमिश ने जहां अपने गानों से समां बांधा वहीं उन्होंने अपनी लाइफ की संघर्ष से भरी कहानी सुनाई.

परमीश ने बताया, "मेरे पिता पंजाबी लिटरेचर के प्रोफेसर हैं. मैं शुरू से ही पढ़ाई में अच्छा नहीं था. मुझे अटेंशन डेफिसिट डिसऑर्डर था. मेरे पिता ने मेरी जरूरतों को पूरा किया. ये मेरा फैसला था कि मैं विदेश जाऊं और वापस इंडिया लौटूं. जहां मैं हूं वहां पहुंचने में 10 साल लगे. जब मैं ऑस्ट्रेलिया गया तो मैंने अपना खर्च निकालने के लिए बार टेंडिंग सीखी. मैंने लोगों को अपने वीडियो बनाते देखा. बाद में मैं खुद सीख गया. मैं देखता रहता था कि मेरे फाॅलोअर्स बढ़ रहे हैं. लोग मेरे काम को पसंद कर रहे हैं."

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परमीश ने कहा, "मुझे अपनी जड़ों पर गर्व हैं. मैं पंजाब को रिप्रिजेंट करता हूं. अगले साल मेरी चार फिल्में आ रही हैं." परमीश ने हो रब्बा, चिड़ी उड़ का उड़... गाने पर परफॉर्म किया,जिस पर दर्शक झूमने पर मजबूर हो गए.

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