'मदर्स डे' के मौके पर टीवी सितारों ने मां को किया याद

आज यानी 8 मई को मदर्स डे हैं. इस मौके पर टीवी जगत की मशहूर हस्तियों ने अपने-अपने अंदाज में मां को विश किया.

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रतन राजपूत, हिमांशु मल्होत्रा और सौम्या टंडन रतन राजपूत, हिमांशु मल्होत्रा और सौम्या टंडन

स्वाति गुप्ता / IANS

  • मुंबई,
  • 08 मई 2016,
  • अपडेटेड 5:34 PM IST

मदर्स डे के मौके पर रतन राजपूत, सौम्या टंडन और आसिफ शेख जैसे कई लोकप्रिय टीवी सितारों ने मां के साथ बिताए वो पल याद किए हैं, जब उन्होंने अपनी मां को गौरवान्वित किया. मदर्स डे पर सितारों ने कुछ इस तरह अपनी भावनाएं व्यक्त की.

रतन राजपूत: मैं अपने परिवार के साथ नहीं हूं, इसलिए ये सभी दिन मुझे और भावुक कर देते हैं. मां की याद मुझे मदर्स डे पर ही नहीं, बल्कि हर दिन आती है. 20 अप्रैल को मेरे जन्मदिन पर तो मां की बहुत याद आती है. इसलिए हर साल मैं अपनी मां को तोहफा देती हूं और उन्हें महसूस कराती हूं कि मैं उनकी कितनी आभारी हूं.

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आसिफ शेख: मां अद्भुत होती हैं और जिसकी भी मां हैं वो भाग्यशाली हैं. मुझे याद है जब मैं काम नहीं करता था और घर पर रहता था तभी एक दिन मेरी मां मेरे पास आईं और उन्होंने मुझे पर्स दिया और कहा कि इसमें उनकी बचत है और इसका तुम जैसे चाहो इस्तेमाल कर सकते हो. पर्स में 55,000 रुपये थे और मैं भूल नहीं सकता कि कैसे मेरी मां ने हर संभव तरीके से मेरा साथ दिया. वह मेरे लिए खास हैं.

शुभांगी अत्रे: मेरी मां मेरा बहुत ख्याल रखती हैं. मेरे सभी कपड़े मां ने सिले हैं. मुझे टीवी पर जो भी ड्रेस पसंद आती थी वो वैसी ही मेरे लिए बनाती थीं.

सौम्या टंडन: मैं छह साल की थी और मैं फैंसी ड्रेस कॉम्पटिशन में मदर मैरी बनी थी. मैंने स्टेज पर जाने से पहले ही मना कर दिया. मां ने मुझे मनाया और थप्पड़ मार कर स्टेज पर भेजा. मैं रोने लगी और रोते हुए कहा मैं मदर मैरी नहीं सौम्या टंडन हूं. लेकिन एक थप्पड़ ने स्टेज पर मेरा सारा डर दूर कर दिया. यहां अब रोज मैं कैमरे का सामना कर रही हूं, इसके लिए मां को धन्यवाद दूंगी. मुझे नहीं लगता कि मैं उनकी तरह अच्छी बन सकती हूं. उन्होंने पूरी जिंदगी मेरे लिए बलिदान किया और अब भी कर रही हैं.

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मोहम्मद नाजिम: मेरी मां ने मुझ पर गर्व महसूस किया. इन दिनों लोग उन्हें नाजिम की मां के रूप में जानते हैं.

मृणाल जैन: मुझे लगता है कि मैं जहां भी हूं, यह उनके खुद के लिए बड़ी बात है. यहां तक कि इसके पीछे का कारण वही हैं और मैं उनका सपना पूरा कर रहा हूं.

हिमांशु मल्होत्रा: जब मैंने 'नच बलिए' जीता तो इससे मेरी मां को मुझ पर गर्व महसूस हुआ, इसके लिए हमने मेहनत कर जीत हासिल की.

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