इंडिया टुडे के पहले एडिशन में फीचर होने वाली पहली आर्टिस्ट हैं ऊषा

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2018 में लोकप्रिय गाय‍िका ऊषा उत्थुप ने बताई अपनी जिंदगी की कहानी.

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ऊषा उत्थुप ऊषा उत्थुप

महेन्द्र गुप्ता

  • नई दिल्ली,
  • 05 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 6:01 PM IST

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2018 के पूजो रॉक्स कोलकाता बीट्स सेशन में लोकप्रिय प्लेबैक सिंगर ऊषा उत्थुप ने शिरकत की. उन्होंने बातचीत के दौरान कई दिलचस्प जानकारियां शेयर की.

उषा ने बताया कि वे इंडिया टुडे मैगजीन के पहले अंक में प्रकाशित होने वालीं पहली भारतीय कलाकार हैं. जब वे दिल्ली के अशोका होटल में अपनी प्रस्तुति दे रही थीं, तभी इंडिया टुडे के संवाददाता ने उनका इंटरव्यू किया था.ऊषा ने बताया कि अगले साल उन्हें गाते हुए पूरे 50 साल हो जाएंगे. वे 1969 से गा रही हैं.

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ऊषा ने बताया, "मैं उस वक्त आई जब ऐसा माना जाता था कि लड़कियों की आवाज बहुत प्यारी सी होनी चाहिए और उस वक्त मेरी आवाज राम माधव जैसी थी. तमाम लोग सोचते हैं कि यह मेरी मार्केटिंग पॉलिसी रही है कि बड़ी बिंदी और साड़ी के साथ नाइट क्लब्स में जाना. लेकिन यह मेरे परिवार की चीजें हैं जो मैंने अडॉप्ट कीं."

उन्होंने कहा, "मेरे लिए वक्त ने कई चीजों को आसान कर दिया था इसलिए मेरे पास कोई बड़ी अनूठी सी स्ट्रगल स्टोरी नहीं है.  महिलाएं मेरी आवाज के चलते अपने पतियों को मुझसे सुरक्षित महसूस करती थीं. महिलाओं से जुड़ा हर मुद्दा असल में पुरुषों का मुद्दा बन जाता है. मैं संगीत की बहुत शुक्रगुजार हूं क्योंकि मुझे संगीत अलग-अलग तरह की चीजों से जुड़ने का मौका देता है. "

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