बॉलीवुड एक्ट्रेस शबाना आजमी को अपने 'एंटी नेशनल' वाले बयान के लिए सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल किया गया. शबाना ने अब सोशल मीडिया पर ही उन लोगों को जवाब दिया है जो उनके बयान को लेकर उन्हें लगातार घेरने की कोशिश कर रहे थे. दरअसल शबाना आजमी ने अपने एक बयान में कहा था कि अगर कोई सरकार की आलोचना करता है तो उसे राष्ट्रविरोधी कहा जाता है. शबाना ने 6 जुलाई को इंदौर में एक जनसमूह को संबोधित करते हुए यह बात कही थी.
शबाना ने अपने उस ट्वीट को लेकर मचे बवाल के बाद अब ट्रोल्स को जवाब देते हुए ट्विटर पर लिखा, "मेरी एक टिप्पणी को लेकर इतना हंगामा? मुझे नहीं पता था कि मैं दक्षिणपंथियों की नजरों में इतना महत्व रखती हूं." दीपा मेहता की फिल्म 'वॉटर' के लिए मेरा सिर मुंडवाने पर मेरे खिलाफ मुस्लिम चरमपंथियों ने फतवा जारी किया था जिस पर जावेद अख्तर का जवाब था चुप रहो."
अपने दूसरे ट्वीट में शबाना ने लिखा, "मैं लोगों को याद दिलाना चाहती हूं कि कांग्रेस के केंद्रीय सत्ता में रहते मेरे पिता कैफी आजमी ने विरोध में अपना पद्मश्री सम्मान लौटा दिया था जब यूपी के एक नेता ने कहा था कि उर्दू को दूसरी भाषा का दर्जा दिलाने की मांग करने वालों का मुंह काला करके गधे पर घुमाना चाहिए."
बता दें कि शबाना आजमी ने शनिवार को किसी पॉलिटिकल पार्टी या विचारधारा का नाम लिये बिना कहा था कि लोगों को देशहित में अपने मन की बात कहने से डरना नहीं चाहिए. शबाना ने कहा कि अगर हम कमियों पर ध्यान नहीं देंगे तो हालात कैसे सुधरेंगे.
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