'बैंडिट क्वीन' ना करना मेरी बदनसीबी थी: नसीरुद्दीन शाह

नसीरुद्दीन शाह, भारत के उम्दा एक्टर्स में से एक हैं और ऐसा बहुत कम होता है जब वो मीडिया से मुखातिब होते हैं. कुछ दिन पहले ही 'अलीगढ' फिल्म की खास स्क्रीनिंग के दौरान नसीरुद्दीन शाह से हुई छोटी सी मुलाकात में उन्होंने कई बातें शेयर की, आइए जानते हैं.

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नसीरुद्दीन शाह नसीरुद्दीन शाह

आर जे आलोक / पूजा बजाज

  • नई दिल्ली,
  • 18 फरवरी 2016,
  • अपडेटेड 8:48 AM IST

नसीरुद्दीन शाह, भारत के उम्दा एक्टर्स में से एक हैं और ऐसा बहुत कम होता है जब वो मीडिया से मुखातिब होते हैं. कुछ दिन पहले ही 'अलीगढ' फिल्म की खास स्क्रीनिंग के दौरान नसीरुद्दीन शाह से हुई छोटी सी मुलाकात में उन्होंने कई बातें शेयर की, आइए जानते हैं:

'अलीगढ़' फिल्म देखी आपने, कैसी लगी?
इस फिल्म को बनाना ही बहुत हिम्मत का काम है. मनोज और राजकुमार दोनों का काम बहुत ही अच्छा लगा, दोनों को गले लगाने का जी कर रहा था.

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क्या आप इस फिल्म को देखते वक्त भावुक हुए?
मैं फिल्म देखते वक्त रोता नहीं हूं, क्योंकि फिर आपका ध्यान कहीं और चला जाता है, लेकिन कई हिस्से ऐसे थे जिन्होंने दिल को बेहद गहराई से छुआ.

मनोज बाजपेयी आपको अपना आइडल मानते हैं?
भई, यह उसका बड़प्पन है कि‍ वो इस तरह की बात कहता है. मैं खुद उसका फैन हूं. जबसे मनोज ने 'बैंडिट क्वीन' में काम किया है, मैं उसे बहुत ही बेहतरीन एक्टर मानता हूं.

आपने 'बैंडिट क्वीन' के रोल को करने से मना कर दिया था?
(हंसते हुए) हां वो मेरी बदनसीबी और मनोज की खुशनसीबी थी.

तो आपको लगता है कि‍ आपकी वजह से मनोज को 'बैंडिट क्वीन' मिली थी?
नहीं नहीं, यह फिल्म उनकी काबिलियत के आधार पर उन्हें मिली थी, उसमें मेरा कोई योगदान नहीं है.

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