अनुराग कश्यप की फिल्म सांड की आंख में भूमि पेडनेकर और तापसी पन्नू शार्प शूटर्स की भूमिका निभा रही हैं. इन दोनों महिलाओं ने 60 साल की उम्र पार करने के बाद शूटर्स बनने का फैसला किया था. फिल्म के लुक सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर कई लोगों ने कहा था कि इन किरदारों के लिए ऐसी अभिनेत्रियों का चुनाव करना चाहिए था जो वाकई उम्रदराज हों. हालांकि फिल्म की प्रोड्यूसर ने हाल ही में बताया कि 15 एक्टर्स ने इन किरदारों को करने से मना कर दिया था.
फिल्म की को-प्रोड्यूसर निधि परमार ने मिड डे से बातचीत में कहा कि हमने 55 से 60 साल की उम्र वाले कई सीनियर एक्टर्स से मुलाकात की थी हालांकि कोई भी इन किरदारों के लिए तैयार नहीं हुआ था क्योंकि वे अपने आपको इस तरह के अवतार में नहीं देखना चाहते थे. इसके अलावा कई युवा एक्टर्स भी अपने आपको बूढ़े किरदारों में नहीं देखना चाहते थे. हालांकि भूमि और तापसी ने इन रोल के लिए काफी उत्साह दिखाया है और हम इससे काफी खुश हैं.
वही तापसी ने इस बारे में कहा कि मैंने 30 से ज्यादा की उम्र होने के बाद भी कॉलेज की लड़की का किरदार निभाया है लेकिन इसे लेकर किसी ने भी कोई आपत्ति दर्ज नहीं कराई. कई लोग हमारे इस फैसले से काफी हैरान भी थे कि हमने इन रोल को करने का फैसला किया है क्योंकि बहुत ही कम एक्टर्स ऐसे हैं जो पर्दे पर अपने आपको बूढ़ा और अनाकर्षक देखना चाहते हैं.
इसके अलावा भूमि ने भी इस मामले में अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि सिनेमा में हमेशा से ही लोग अपनी उम्र से ज्यादा का रोल निभाते रहे हैं. अनुपम खेर ने फिल्म सारांश और मदर इंडिया में नरगिस ने अपनी उम्र से ज्यादा के रोल किए थे जिन्हें आज भी इन दोनों ही सितारों की ज़िंदगी के सबसे यादगार किरदारों में शुमार किया जाता है. जब हम अपनी उम्र से कम के रोल निभा सकते हैं तो बड़ी उम्र के किरदारों में क्या दिक्कत है?
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