कश्मीरी नागरिक की मौत पर संबित पात्रा का ट्वीट, भड़कीं दीया मिर्जा बोलीं- संवेदना बची हुई है?

बीजेपी पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा के ट्वीट पर एक्ट्रेस दीया मिर्जा ने लिखा, क्या आपके अंदर थोड़ी सी भी संवेदना बची हुई है? इसके बाद दीया और संबित के बीच ट्विटर वॉर भी हुई.

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दीया मिर्जा सोर्स इंस्टाग्राम दीया मिर्जा सोर्स इंस्टाग्राम

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 01 जुलाई 2020,
  • अपडेटेड 7:22 PM IST

कश्मीर के सोपोर में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच हुई क्रॉस फायरिंग में एक 60 साल के नागरिक की मौत हो गई है. इस शख्स की कुछ विचलित कर देने वाली तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं जिनमें इस व्यक्ति के पोते को अपने दादा की डेड बॉडी पर बैठे हुए देखा जा सकता है. इस तस्वीर पर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी विवादास्पद कमेंट किया है जिसके बाद एक्ट्रेस दीया मिर्जा और संबित पात्रा के बीच ट्विटर वॉर भी देखने को मिली.

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दरअसल संबित ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए ट्वीट किया- पुल्तिजर लवर्स? संबित के इस ट्वीट के बाद कई लोगों ने उनके ट्वीट को लेकर नेगेटिव प्रतिक्रिया दी है. एक्ट्रेस दीया मिर्जा ने लिखा, क्या आपके अंदर थोड़ी सी भी संवेदना बची हुई है? वही डायरेक्टर हंसल मेहता ने लिखा, ये इंसान यूं तो एक नेशनल पार्टी का प्रवक्ता है पर असल में महज एक ट्रोल है और ऐसे शख्स की रिपोर्ट करनी ही चाहिए.

इसके बाद संबित ने भी दीया मिर्जा को जवाब देते हुए कहा, कि हां मैडम मुझमें संवेदनाएं हैं. अपनी सेना के लिए. हर भारतीय नागरिक के लिए चाहे वो किसी भी धर्म का क्यों ना हो लेकिन आपकी तरह हमारी संवेदनाएं सेलेक्टिव नहीं है. याद रखिए मैं सेलेक्टिव प्लेकार्ड होल्डर नहीं हूं. मैं आपका फैन हूं और मैं देखना चाहूंगा कि आप हाथ में पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद की निंदा करते हुए एक प्लेकार्ड को अपने हाथ में थाम कर खड़ी हों.

दीया ने भी संबित के ट्वीट का जवाब देते हुए कहा, संवेदनाएं कभी भी सेलेक्टिव नहीं होती हैं. या तो वे आपके पास होती हैं या फिर नहीं. किसी भी बच्चे को इस तरह के दर्द और भयावहता से नहीं गुजरना चाहिए जैसा इस बच्चे के साथ हुआ है. आप अपनी पॉलिटिक्स करनी बंद कीजिए और मैं आपको अपना सपोर्ट दूंगी. फिर चाहे मेरे हाथों में प्लेकार्ड हो या नहीं.

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माना जा रहा है कि संबित का ये ट्वीट साल 2020 में पुल्तिजर अवॉर्ड पाने वाले जर्नलिस्ट्स को लेकर कटाक्ष था. इन जर्नलिस्ट्स ने जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 हटने के बाद वहां के हालातों को लेकर कई तस्वीरें जारी की थी और अपनी मार्मिक तस्वीरों के लिए उन्होंने फीचर फोटोग्राफी में प्रतिष्ठित पुल्तिजर अवॉर्ड 2020 जीता था.

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