इन दिनों देश के हर कोने में गम और आक्रोश का माहौल है. कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से हर भारतीय के अंदर बदले की आग जगी हुई है. हर कोई पाकिस्तान के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है. इसमें पाकिस्तान के आर्टिस्ट्स पर भी पूरी तरह से बैन की मांग भी सामने आई है. इस हादसे के बाद पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान की आने वाली फिल्म 'अबीर गुलाल' पर पूरी तरह से बैन लग चुका है.
साल 2016 में हुए उरी अटैक और साल 2019 में हुए पुलवामा अटैक के बाद पाकिस्तानी आर्टिस्ट पर पूरी तरह से बैन लगाया गया था. उस दौरान फवाद खान, माहिरा खान, मावरा होकेन, सबा कमर, अली फजल जैसे एक्टर्स बॉलीवुड की फिल्मों में नजर आया करते थे.
जब पाकिस्तानी एक्टर्स पर लगे बैन पर बोली थीं माहिरा खान
जब साल 2017 में माहिरा खान ने शाहरुख खान की रईस से अपना बॉलीवुड डेब्यू किया था, तब वो इंडिया आकर अपनी फिल्म प्रमोट नहीं कर पाई थीं. उन्होंने ऑनलाइन आकर शाहरुख संग हिंदी फिल्मों में डेब्यू करने का एक्सपीरियंस शेयर किया था. फिर कुछ सालों के बाद, उन्होंने अपने डेब्यू से लेकर पाकिस्तानी एक्टर्स पर लगे बैन पर खुलकर बात की थी. 'फिल्म कम्पैनियन' के एक पुराने इंटरव्यू में माहिरा ने कहा था कि वो इंडिया की किसी भी वेब सीरीज को साइन करने से डरती थीं.
उन्होंने बैन लगने पर कहा था, 'मुझे लगता है कि ये सब पहली बार एक्सपीरियंस करने के बाद, ये काफी दुख की बात है. जब मैं इसके बारे में सोचती हूं तो मुझे लगता है कि अब हम सभी इससे आगे बढ़ चुके हैं. हम यही तो किया करते हैं. अगर हमारे पास ये नहीं होता तो फिर हम कुछ और करते हैं. यही तो होता है. लेकिन मुझे लगता है कि पूरे उपमहाद्वीप के एक साथ आने और काम करने का सबसे बेहतरीन मौका हम खो गए. मुझे लगता है कि शायद ये दोबारा हो सकता है.'
इंडियन वेब प्रोजेक्ट्स साइन करने से डरी थीं माहिरा
माहिरा ने इसी इंटरव्यू में आगे ये भी बताया था कि उन्हें कुछ इंडियन वेब प्रोजेक्ट्स ऑफर किए गए थे. लेकिन वो उन्हें साइन करने से पहले काफी घबरा गई थीं. लेकिन फिर उनका कहना था कि वो किसी भी चीज को जो पॉलिटिकल कारणों से पैदा हुआ हो, उसे उनपर असर नहीं डालने देना चाहतीं. माहिरा ने कहा, 'मुझे कई सारी वेब सीरीज के ऑफर आए थे और मुझे नहीं पता कि कोई इस बात को समझेगा या नहीं, लेकिन मैं उस टाइम काफी डरी हुई थी. मुझे सचमुच बहुत डर लग रहा था.'
'वो इसलिए नहीं था कि लोग क्या कहेंगे, बल्कि मुझे ये लग रहा था कि क्या मैं वहां जाना चाहती हूं. कुछ कंटेंट काफी अच्छे थे जो मुझे ऑफर हुए थे और मैं उन्हें नहीं खोना चाहती थी. लेकिन मैं डरी हुई थी और मुझे ये बात स्वीकार करने में कोई शर्म नहीं है. अब मैं ये सोचती हूं कि नहीं यार, आप किसी ऐसी घटना को जो पॉलिटिक्स के कारण हुई हो, उससे अपने विकल्पों पर असर डालने नहीं दे सकते. तो मुझे नहीं लगता कि मैं ऐसा और होने दूंगी और मैं उम्मीद करती हूं कि हम साथ काम करेंगे, भले ही वो डिजिटल कंटेंट हो या कोई फिल्म.'
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