फिर दिखने लगे PAK अकाउंट-चैनल, सिने एसोसिएशन की पीएम मोदी से मांग- लगाओ बैन

बैन हुए अकाउंट में पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों के साथ-साथ एक्टर फवाद खान, माहिरा खान, मावरा होकेन, युमना जैदी, अहद मीर, सबा कमर, हानिया आमिर, आतिफ असलम समेत कई पाकिस्तानी आर्टिस्ट के इंस्टाग्राम अकाउंट भारत में बैन हुए थे. अब धीरे-धीरे करके कुछ अकाउंट और चैनल वापस से भारत में दिखने लगे हैं.

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मावरा होकेन, हानिया आमिर, फहद मुस्तफा मावरा होकेन, हानिया आमिर, फहद मुस्तफा

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 02 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 10:15 PM IST

कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव शुरू हुआ था, जो अभी तक कायम है. इस आतंकी हमले का जवाब भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पड़ोसी मुल्क को दिया था. ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने कई आतंकियों का खात्मा किया, जिसे पाकिस्तानी सितारों ने 'कायरता' का नाम दिया था. इसी के बाद भारत और पाकिस्तान की सीमा पर जंग की शुरुआत हुई थी. इस दौरान भारतीय सरकार ने पाकिस्तानी कलाकारों और चैनलों के सोशल मीडिया अकाउंट पर बैन लगा दिया था.

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सिने एसोसिएशन की क्या हैं मांगे?

बैन हुए अकाउंट में पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल ARY समेत अन्य थे. इसके अलावा फवाद खान, माहिरा खान, मावरा होकेन, युमना जैदी, अहद मीर, सबा कमर, हानिया आमिर, आतिफ असलम समेत कई पाकिस्तानी आर्टिस्ट के इंस्टाग्राम अकाउंट भारत में बैन हुए. अब धीरे-धीरे करके कुछ अकाउंट और चैनल वापस से भारत में दिखने लगे हैं. इस बात से यूजर्स हैरान हैं तो वहीं ऑल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन (AICWA) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक लंबा खत लिख दिया है.

इस खत में भारतीय सरकार से पहलगाम में अपनी जान गंवाने वाले लोगों को इज्जत बख्शने की बात कही गई है. साथ ही कहा गया कि 'पाकिस्तानी को खुद से एकदम काट देने पर हमारी इकॉनमी और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री पर कोई असर नहीं होगा'. खत में ये भी लिखा है कि भारत के 140 करोड़ नागरिक पाकिस्तान के खिलाफ एकजुट होकर खड़े हैं. सिने एसोसिएशन ने पाकिस्तानी चैनलों के दोबारा भारत में दिखने को पाकिस्तान के हमले में शहीद हुए भारतीय जवानों और अपनी जान गंवाने वाले हर भारतीय को बेइज्जती बताया है.

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अपने खत में सिने एसोसिएशन ने मांग की कि पाकिस्तानी अकाउंट और मीडिया चैनलों को देशभर से हटा दिया जाना चाहिए. भारतीय मीडिया, ओटीटी प्लेटफॉर्म्स और विज्ञापनों से पाकिस्तानी लोगों के भविष्य में काम पर बैन लगा देना चाहिए. भारतीय आर्मी और शहीदों के परिवार के सम्मान में पाकिस्तान से सांस्कृतिक रूप से अलगाव का ऐलान किया जाना चाहिए. अब देखना होगा कि भारतीय सरकार इसपर क्या कदम उठाती है.

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