हॉलीवुड के फेमस फिल्म प्रोड्यूसर रहे हार्वे वेंस्टीन #MeToo आंदोलन में दोषी पाए गए थे. सिर्फ इतना ही नहीं हार्वे पर 80 से ज्यादा महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगा था. इस बात पर यूएस कोर्ट ने उत्पीड़न महिला को 17 मिलियन डॉलर देने का फैसला किया. बता दें कि वेंस्टीन की कंपनी बैंक्रप्ट हो गई थी. जिसके बाद कोर्ट ने कंपनी के अफसर और डायरेक्टर को 9.7 मिलियन डॉलर देने का फैसला किया और कंपनी के कुछ हिस्से का उधार चुकाने को कहा.
ये 17 मिलियन डॉलर 50 से भी ज्यादा पीड़ित महिलाओं में बाटा जाएगा जो इस यौन उत्पीड़न का हिस्सा रहीं. इस सेटलमेंट के लिए वेंस्टीन के पीड़ितों में से 39 महिलाओं ने इस बात के पक्ष में वोट किया और 8 लोग इसके खिलाफ रहे. मालूम हो कंपनी के डायरेक्टर और अफसर जोकि वेंस्टीन के भाई बॉब, जेम्स डोलन, तारक बेन अम्मर और लांस मैरोव जेल से रिहा हो गए हैं. वेंस्टीन की कंपनी 2017 में बंद हो गई थी. जिसकी वजह रेप का आरोप, यौन उत्पीड़न और गलत काम रहे.
अक्टूबर 2017 में टाइम्स के रिपोर्ट के मुताबिक, कई महिलाओं ने ऑस्कर विनिंग प्रोड्यूसर पर यौन शोषण का आरोप लगाया. जिसके बाद वेंस्टीन पर धीरे-धीरे और भी कई महिलाओं दोषी बताया. प्रोड्यूसर वेंस्टीन पर तमाम आरोपों के बाद हॉलीवुड के कई नामी चेहरों पर भी यौन शोषण का आरोप लगा. जिसके बाद #MeToo सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और एक आंदोलन बन गया. सिर्फ हॉलीवुड ही नहीं बल्कि बॉलीवुड में भी कई नामी चेहरें इस #MeToo आंदोलन का हिस्सा रहे.
80 से भी ज्यादा महिलाएं इस उत्पीड़न का शिकार रहीं, जिनमें एक्ट्रेस एंजेलिना जोली, ग्वेनेथ पाल्ट्रो और रोज मैकगोवन शामिल थीं. इन महिलाओं ने भी वेंस्टीन के खिलाफ कई कहानियां लोगों से साझा की. बता दें इन महिलाओं ने वेंस्टीन पर शारीरिक जोर, यौन शोषण और जबरदस्ती करने का आरोप लगाया, तो वहीं कुछ लोगों ने वेंस्टीन पर फिल्मों के कुछ सीन को लेकर भी आरोप लगाए और अगर कलाकर उनकी बात टाले तो वेंस्टीन उनके करियर को खत्म करने की धमकी देते थें.
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