हिंदी सिनेमा के दिग्गज एक्टर प्रेम चोपड़ा को शनिवार रात लीलावती अस्पताल से छुट्टी मिल गई. 90 वर्षीय प्रेम चोपड़ा को सीने में जकड़न और अन्य उम्र संबंधी बीमारियों के कारण मुंबई के इस अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मगर अब उनकी सेहत पहले से बेहतर है, जिसे देखते हुए उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है.
डिस्चार्ज हुए प्रेम चोपड़ा
प्रेम चोपड़ा के दामाद और एक्टर विकास भल्ला ने इंडिया टुडे से इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा, 'वो घर वापस आ गए हैं और पूरी तरह स्वस्थ हैं.' प्रेम चोपड़ा को अस्पताल में 8 नवंबर को भर्ती कराया गया था. हालांकि इस बात की जानकारी उनके दामाद ने 10 नवंबर को दी. इस दौरान विकास ने हमें बताया था कि प्रेम चोपड़ा को एहतियात के तौर पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उनकी हालत कभी गंभीर नहीं हुई.
उन्होंने बताया कि सीने में संक्रमण और दिल की मौजूदा स्थिति के कारण डॉक्टरों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी थी. हालांकि अब वो काफी स्वस्थ है.
6 दशक से भी ज्यादा लंबा करियर
90 वर्षीय एक्टर का करियर छह दशकों से भी ज्यादा लंबा है और उन्होंने 380 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है. वो हिंदी सिनेमा के इतिहास के सबसे लोकप्रिय खलनायकों में से एक हैं. हालांकि बॉलीवुड में उनकी शुरुआत पॉजिटिव किरदार से शुरू हुई लेकिन उन्हें मनोज कुमार की 'उपकार' (1967) और राजेश खन्ना की 'दो रास्ते' (1969) जैसी फिल्मों में उनके नेगेटिव किरदार की वजह से पहचान मिली.
राज कपूर की 'बॉबी' (1973) का उनका सबसे फेमस डायलॉग 'प्रेम नाम है मेरा, प्रेम चोपड़ा' बॉलीवुड के इतिहास के सबसे यादगार डायलॉग्स में से एक है. 1967 से 1995 तक अपने करियर के चरम पर उन्होंने कई ब्लॉकबस्टर फिल्मों में काम किया और अक्सर उस दौर के टॉप एक्टरों के साथ स्क्रीन स्पेस शेयर किया.
फिल्म एनिमल में भी दिए दिखाई
प्रेम चोपड़ा ने 'क्रांति' (1981), 'दोस्ताना' (1980) और 'दो अनजाने' (1976) फिल्मों में भी अपनी छाप छोड़ी. इसके अलावा राजेश खन्ना के साथ उन्होंने पंद्रह से ज्यादा फिल्मों में काम किया है, जिसके बाद वो बॉलीवुड के टॉप विलेन की लिस्ट में शुमार हुए.
इस दौर में भी प्रेम चोपड़ा का एक्टिंग के लिए प्यार देखने को मिलता है. उन्होंने 'कोई मिल गया' (2003), 'रॉकेट सिंह: सेल्समैन ऑफ द ईयर' (2009) और हाल ही में रणबीर कपूर की 'एनिमल' (2023) जैसी फिल्मों में भी काम किया.
सना फरज़ीन