कोरोना काल के त्रासदी भरे माहौल में एक्टर सोनू सूद लोगों की हर संभव सहायता कर रहे हैं. किसी को वैक्सीन दिलवाने की तो किसी को ऑक्सीजन पहुंचाने की, सोनू अपनी तरफ से कोरोना मरीजों को हर तरह की मदद पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं. वे और उनकी टीम लगातार लोगों की सहायता के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं.
लेकिन एक ओर जहां सोनू कई लोगों की जान बचाने में कामयाब हुए हैं वहीं दूसरी ओर कई लोग मदद के बावजूद कोरोना से जंग हार गए हैं. ऐसी ही एक कोरोना मरीज की मौत पर सोनू सूद ने अफसोस जताया है. एक्टर ने नागपुर की एक बच्ची जो कि कोरोना से संक्रमित थी, उसके गुजर जाने पर अपना दुख बयां किया.
वे लिखते हैं- भारती, नागपुर की एक यंग गर्ल जिसे मैंने एयर एंबुलेंस के जरिए मदद पहुंचाई, वह हैदराबाद में रात में नहीं रही. वह महीने भर से ECMO मशीन पर अपनी जिंदगी के लिए जंग लड़ती रही. मैं उसके और उसके परिवार के लिए प्रार्थना करता हूं. काश मैं उसे बचा पाता. जिंदगी बहुत गलत करती है.
तंगी में गुजरे दिग्गज कंपोजर वनराज के आखिरी साल, बीमारी का इलाज कराने के नहीं थे पैसे
मरीजों की मदद के लिए 22 घंटे काम कर रहे सोनू सूद
इससे पहले भी सोनू सूद ने अपने मदद किए हुए कोरोना मरीज की मौत पर अफसोस जताया है. हाल ही में उन्होंने आजतक से बातचीत में बताया कि वे इस समय हजारों लोगों की मदद कैसे कर रहे हैं. एक्टर ने बताया कि अलग-अलग क्षेत्र के लिए उनकी अलग-अलग टीम है और वे हर रोज लगभग 22 घंटे काम कर रहे हैं.
कोरोना क्राइसिस: अनुष्का शर्मा और विराट कोहली ने शुरू किया कैंपेन, मदद के लिए जुटाएंगे फंड
सोनू सूद ने कहा, ''मैं ये कहूंगा कि प्रशासन भी मदद कर रहा है लेकिन हर एक इंसान को करना पड़ेगा, क्योंकि इस समय हर किसी को हर किसी की जरूरत है. मैं कैसे करता हूं मुझे खुद नहीं पता. मैं करीबन 22 घंटे फोन पर रहता हूं. हमें 40000 से 50000 रिक्वेस्ट आती है. मेरी 10 लोगों की टीम सिर्फ ऐसी है जो Remdesivir के लिए घूमती है. मेरी एक टीम बेड्स के लिए घूमती है, शहर के हिसाब से हम लोग घूमते हैं. मुझे देशभर के डॉक्टर्स से बात करनी होती है, उन्हें जिस चीज की जरूरत होती है तो हमें जल्द से जल्द मुहैया करवानी होती है.
aajtak.in