2025 को पहले ही सरप्राइज फिल्मों का साल कहा जा रहा है. मगर 'सैयारा', 'महावतार नरसिम्हा' और 'एक दीवाने की दीवानियत' जैसी सरप्राइज करने वाली फिल्मों का ये सिलसिला अभी रुका नहीं है. अब परेश रावल की फिल्म 'द ताज स्टोरी' ट्रेड को सरप्राइज कर रही है.
ये फिल्म एक विवादित टॉपिक पर है और खुद भी लगातार विवादों में घिरी रही है. इसका पहला पोस्टर आते ही पंगे शुरू हो गए थे. परेश रावल को अपने सोशल मीडिया अकाउंट से विवादित पोस्टर हटाकर के डिस्क्लेमर जारी करना पड़ा था. डिस्क्लेमर में कहा गया था कि 'फिल्म किसी धार्मिक मुद्दे से डील नहीं करती. ना ही दावा करती है कि ताज महल के अंदर कोई शिवलिंग है. ये केवल ऐतिहासिक तथ्यों पर ही फोकस करती है.' मगर तमाम विवादों से बचकर निकली ये फिल्म अब सॉलिड परफॉर्म कर रही है.
'द ताज स्टोरी' का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन
ढेर सारी चर्चित फिल्मों के बीच शुक्रवार को 'द ताज स्टोरी' लिमिटेड स्क्रीन्स पर रिलीज हुई. पहले दिन 1 करोड़ रुपये के नेट कलेक्शन से शुरुआत करने वाली इस फिल्म को अगले दो दिन तगड़ी ग्रोथ मिली. शनिवार को कलेक्शन ऑलमोस्ट दोगुना हो गया, तो रविवार को 3 करोड़ के बहुत पास पहुंच गया. फिल्म ने पहला वीकेंड लगभग 6 करोड़ रुपये के साथ खत्म किया.
किसी भी फिल्म का असली टेस्ट सोमवार लेता है, जब थिएटर्स में दर्शक कम हो जाते हैं. मगर 'द ताज स्टोरी' ने मंडे टेस्ट में जोरदार प्रदर्शन किया है. सैकनिल्क के अनुसार फिल्म ने सोमवार को करीब 1.15 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया है. ये शुक्रवार के कलेक्शन से भी ज्यादा है, जो आजकल के बॉक्स ऑफिस ट्रेंड के हिसाब से बहुत कम देखने को मिलता है. 4 दिन में 'द ताज स्टोरी' का नेट कलेक्शन 7 करोड़ हो गया है.
बिके 'बाहुबली- द एपिक' से ज्यादा टिकट
'द ताज स्टोरी' की बॉक्स ऑफिस परफॉरमेंस कितनी सॉलिड है, ये बुक माय शो से पता चलता है. मंगलवार सुबह, इस टिकट बुकिंग प्लेटफॉर्म का ट्रेंडिंग टिकर बता रहा था कि पिछले 24 घंटे में 'द ताज स्टोरी' के 28,650 टिकट बुक हुए हैं. जबकि इन्हीं 24 घंटों में 'बाहुबली- द एपिक' के 28,350 टिकट बुक हुए. 'बाहुबली- द एपिक' का क्रेज भी दमदार है, खासकर तेलुगू ऑडियंस अभी भी फिल्म के लिए एक्साइटेड है. मगर दिलचस्प ये है कि विवादों से लुकाछुपी खेलती आ रही 'द ताज स्टोरी' इससे भी बेहतर परफॉर्म कर रही है.
मंगलवार को मल्टीप्लेक्स थिएटर्स में ब्लॉकबस्टर ट्यूसडे का ऑफर चलेगा जिसकी वजह से फिल्मों के टिकट सस्ते होंगे. इसका फायदा 'द ताज स्टोरी' को जरूर मिलेगा और वॉक-इन दर्शक थिएटर्स पहुंचेंगे. अब देखना है कि परेश रावल की जिस फिल्म का कोई माहौल ही नहीं नजर आ रहा था, वो थिएटर्स में और कितने दिन इस तरह सरप्राइज करती है.
सुबोध मिश्रा