एक्टर दिव्येंदु शर्मा की इंडस्ट्री में जर्नी काफी पेशेंस और सेल्फ बिलीफ से भरी रही है. भले ही दिव्येंदु का सफर सालों का रहा, लेकिन इस दौरान उन्होंने मेहनत की और अपनी जगह बनाई. दिव्येंदु ने खुद की सक्सेस रातोरात बनते कभी नहीं देखी. पर स्लो चलना चुना. वरना काफी सारे एक्टर्स इंडस्ट्री में ऐसे भी हैं जो एक रात में सक्सेसफुल होना चाहते हैं.
दिव्येंदु के करियर पर एक नजर डालें तो एक्टर का हमेशा से यही मानना रहा कि हर व्यक्ति को अपनी जगह बनाने में समय लगता है. वो सीखता है और हिम्मत के साथ बहुत सारी मुश्किलों का सामना करके अपनी जगह बना पाता है. दिव्येंदु, पहली बार स्पॉटलाइट में साल 2011 में आए थे. फिल्म का नाम था 'प्यार का पंचनामा'. पर वेब सीरीज 'मिर्जापुर' ने तो इनकी किस्मत ही पलट दी. बतौर एक्टर इनकी एक अलग ही छवि दर्शकों के बीच बनी.
दिव्येंदु का छलका दर्द
The Free Press Journal संग बातचीत में दिव्येंदु ने अपने स्ट्रगल के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि आखिर उनके जिंदगी में एक्टिंग को प्रोफेशन चुनना और बौतर एक्टर खुद को देखना कितना मुश्किल रहा. दिव्येंदु ने कहा- एक एक्टर को अपनी सक्सेस और फेलियर दोनों एक साथ देखने चाहिए. याद रखें कि ये सड़क बहुत लंबी है, जिसे आपको पार करना होगा.
खुद के लिए एक विजन रखें, उसे अचीव भी करें, पर ये अचीव करना आसान नहीं होगा. लोग आपसे कहेंगे कि ऐसे करो, वैसे करो, लेकिन आप हमेशा सिर्फ एक चीज याद रना, वो ये कि ये जर्नी आपने चुनी है, सक्सेस और फेलियर इसका हिस्सा हैं और आप ही इन चीजों को अकेले फेस करने वाले हैं. कई दिन ऐसा भी होंगे, जब आप कमजोर महसूस करें, कुछ ऐसे होंगे जब आप खुश महसूस करेंगे.
एक्टर की जिंदगी 'बंजारे' की तरह होती है
दिव्येंदु ने इंटरव्यू में बताया कि आखिर एक आर्टिस्ट को अपनी जिंदगी कैसी जीनी चाहिए. एक्टर ने कहा- जब आप ये सोच लेते हैं कि आप एक्टर हैं, आर्टिस्ट हैं तो आपकी जिंदगी बंजारे की तरह बन जाती है. उन जगहों पर मत जाइए, जहां आपको खाना या पानी मिल रहा है. खुद को शीशे में देखें और सोचें कि आखिर आपके अंदर क्या काबिलीयत है.
कई एक्टर्स ऐसा भी आपको मिलेंगे जो खुद को दूसरों से कंपेयर करते हैं. कहते हैं कि वो पीछे रह गए और उनके साथ वाले आगे बढ़ गए. आपको ये भी लगेगा कि आपके साथ वाले एक लेवल पर पहुंच गए, लेकिन निराश मत होना. खुद को ट्रेन करना, थियटर करना, फिल्म स्कूल जॉइन करना और परफॉर्म करते रहना. क्योंकि इन चीजों ने मेरी भी बहुत मदद की है जब मेरे पास काम नहीं था. मेरी ट्रेनिंग ने मुझे कॉन्फिडेंस दिया है. मैंने मेहनत की हैं. और सच कहूं तो ट्रेनिंग से मदद मिलती है.
वर्कफ्रंट की बात करें तो दिव्येंदु शर्मा को हाल ही में टिस्का चोपड़ा की फिल्म 'साली मोहब्बत' में देखा गया है. ये जी5 पर रिलीज हुई है.
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